कांकेर/बस्तर मित्र
छठी से बारहवीं तक के छात्रों के लिए जाति प्रमाण पत्र बनाने का कार्य स्कूल स्तर पर किया जाता था परंतु इन कक्षाओं के छात्रों के प्रमाण पत्र बन जाने के’ कलेक्टर चंदन कुमार ने जिले भर के शिक्षा विभाग व राजस्व टीम को पहली से पांचवी तक के बच्चों का भी जाति प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया शुरू करवाया है। इसी के तहत कांकेर एसडीएम तहसीलदार और बीईओ ने विकासखंड के सभी प्राचार्य व शिक्षकों के साथ बैठक करके रणनीति तैयार की है।
एसडीएम सुश्री डॉ. कल्पना ध्रुव ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि जाति प्रमाण पत्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। अतः सभी शिक्षक प्राथमिकता से जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु जुड़ जाएं जिसमें राजस्व विभाग सहयोग प्रदान करेगा विकासखंड कांकेर के समस्त प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक को पहली से पांचवी तक के बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने को लेकर प्रशिक्षण देते हुए तहसीलदार आनंद नेता एवं खंड शिक्षा अधिकारी भुवन जैन ने कहा कि विकासखंड के शत-प्रतिशत बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाना है।
शाला में अध्ययनरत अनुसूचित जाति जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग के सभी पात्र बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनवाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 34 हजार बच्चों का बनेगा जाति प्रमाण-पत्र कलेक्टर चन्दन कुमार का कहना है, कि दूसरे चरण में पहली से पांचवी तक के जिले में बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाना लक्ष्य रखा गया है, वही प्रथम चरण में हायर सेकेंडरी स्कूल और माध्यमिक शाला के अनुसूचित जाति जनजाति व पिछड़ा वर्ग के जिले के 10 हजार बच्चों को जाति प्रमाण पत्र बनाकर लैमिनेटेड करवाकर बच्चों को दिया जा चुका है।