कांकेर/बस्तर मित्र
कांकेर जिला के पखांजूर क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पीवी 20 के 35 से अधिक किसानों ने हाइब्रिड धान बीज खराब होने की शिकायत एसडीएम धनंजय नेताम से की थी। इसकी जांच करने दल ग्राम पहुंचा। टीम ने फसलों का मुआयना किया। इसमें फसल की बालियां सूख जाने का कारण धान में लगने वाली बीमारी को पाया गया। किसानों ने भी जांच दल की रिपोर्ट पर अपनी सहमति जताई है।
ग्राम पीवी 20 में 35 से अधिक किसानों की फसलों में धान की बालियां निकलने के बाद पूरी तरह सूख गई। इसके चलते धान बदरे में बदल गया और किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। इन 35 किसानों ने सिगनेट की बुलंद 50-50 बीज लगाया था। ऐसे में सभी ने इसका कारण खराब हाइब्रिड बीज को मानते हुए इसकी शिकायत एसडीएम से करते हुए कंपनी के खिलाफ कार्यवाही और मुआवजे की मांग की थी।
कृषि विभाग द्वारा जांच दल बनाकर गांव भेजा गया। दल ने इसका धान में लगने वाली बीमारी को पाया। दल में प्लांट ब्रीडिंग एंड जेनेटिक्स विशेषज्ञ के सहायक प्राध्यापक हेमंत टोप्पो, कार्यक्रम सहायक कृषि विज्ञान केंद्र कांकेर दिनेश सिन्हा, सहायक संचालक कृषि सूरज पंसारी, जितेंद्र कुमार, आर भास्कर शामिल थे। पाया गया कि फसल में मेक ब्लास्ट तथा पेनिकल माइट का प्रकोप था। इसके चलते बालियां निकलते ही धान की बालियां सूख गईं और 90 प्रतिशत फसल खराब हो गई।