कांकेर/बस्तर मित्र।
शहर के 11 नालों का गंदा पानी आने वाले दिनों में दलपत सागर और इंद्रावती नदी में नहीं जाएगा बल्कि इस पानी का उपयोग सिंचाई में करने के साथ ही नदी में डाला जाएगा सालों बाद गंदे पानी की समस्या से शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए प्रदेश का पहला सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट जगदलपुर के बाली कुंडा मैं बनकर तैयार गया है करीब 2 साल से बन रहे इस प्लांट का उपयोग आने वाले दिनों में चालू कर दिया जाएगा 26 जनवरी के मौके पर सीएम भूपेश बघेल शहर के बाली कुंडा में नवनिर्मित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का लोकार्पण करेंगे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के शुरू हो जाने से जगदलपुर शहर के दलपत सागर में जाने वाली लगभग 70% और इंद्रावती नदी में जाने वाला लगभग 30% गंदे पानी की समस्या से निजात मिल जाएगी
इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में दलपत सागर इंद्रावती नदी में जाने वाले शहर के गंदे पानी का शुद्धिकरण कर दलपत सागर और इंद्रावती नदी में छोड़ा जाएगा इसके साथ ही जरूरत के मुताबिक इस प्लांट में साफ किए पानी का उपयोग किसानों को सिंचाई सुविधा के तहत दिया जाएगा शहर से लगभग 5 किलोमीटर दूर वाले कुंडा में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया गया है ₹65 करोड़ की लागत से बन रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को 3 जुलाई 2019 में शुरू करवाया गया था। जो अब बनकर तैयार है कलेक्टर रजत बसंत ने कहा कि निगम यह काम अमृत योजना के तहत करवा रही है इस कार्य पर ₹54 करोड़ खर्च होना है। इस सिस्टम की देखरेख कंपनी 15 साल तक करेगी इसके लिए अलग से पौने 11 करोड़ दिए जाएंगे।
रायपुर में भी बन रहा लेकिन जगदलपुर में सबसे पहले तैयार:-
नगर निगम आयुक्त प्रेम कुमार पटेल ने कहा कि प्रदेश के हर नगर निगम में क्या प्लान बनाया जा रहा है। रायपुर में भी यह बनकर तैयार होने वाला है। लेकिन सबसे पहले जगदलपुर के बालीकोंटा में बनाएंगे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन किया जाएगा। दो चरणों में पूरा होने वाले इस काम के पहले चरण में दलपत सागर में जाने वाला तीन नालों का पानी इस ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंच रहा है। जहां उसकी सफाई आने वाले दिनों में शुरू की जाएगी। शहर के 8 बड़े नालों का पानी यहां पहुंचेगा। इस काम को पूरा करने में करीब 1 महीने लग जाएंगे उम्मीद की जा रही है। कि करीब 2 महीने के अंदर शहर के सभी बड़े नालों का पानी इस प्लांट में पहुंच जाएगा।
प्लांट में हर दिन 25 लाख लीटर पानी साफ किया जाएगा:-
इस ट्रीटमेंट प्लांट में हर दिन 25 लाख लीटर पानी को साफ किया जाएगा इस साफ पानी का उपयोग किसानों को सिंचाई के लिए उपलब्ध कराने के साथ ही नदी में छोड़ा जाएगा निगम के अधिकारियों ने कहा कि प्लांट बनने के बाद आवश्यकता के हिसाब से इस पानी का उपयोग किया जाएगा। कुछ ही दिन पहले इस निर्माण कार्य का जायजा लेने बस्तर कलेक्टर भी बालीकोंटा पहुंचे हुए थे। यही प्लान के निरीक्षण के दौरान धीमी गति से चल रहे कार्य को लेकर उन्होंने नाराजगी भी जताई और अमृत मिशन के नोडल अधिकारी को शो-कॉज नोटिस देने का भी निर्देश दिए थे।
10 किलोमीटर की पाइप लाइन बिछाई गई 11 स्टॉप डेम भी बनाए गए:-
शहर के गंदे पानी को इंद्रावती नदी और दलपत सागर में जाने से रोकने के लिए 10 किलोमीटर की पाइप लाइन और 11 स्टाफ डेम भी बनाए गए हैं निगम के अधिकारियों ने बताया कि नालों का निर्माण शहर में अलग-अलग जगहों पर किया जा रहा है जहां से पाइप लाइन के माध्यम से इसे बालीकोंटा में बन रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में भेजा जाएगा। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के लिए कंपनी को 2 जुलाई 2021 तक का समय दिया गया था। जिसे बाद में आगे बढ़ाया था। निगम ने नई दिल्ली की इनवायरो इंफ्रा कंपनी को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है।