कांकेर/बस्तर मित्र
बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच भीड़ में कोरोना गाइडलाइन ध्वस्त होती नजर आती है। भीड़ भरे स्थानों पर नियमों का पालन करते लोग दिखाई नहीं देते हैं। खासकर साप्ताहिक बाजार, बैंक व अन्य भीड़ भरे स्थानों पर शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण ही बढ़ते कोरोना संक्रमण पर काबू करना मुश्किल साबित हो रहा है और जिले में धारा 144 लागू होने के बाद भी कोरोना की रफ्तार दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है।
शहर में भीड़ भरे स्थानों पर कोरोना नियमों का उल्लंघन होना आम बात है। शहर के साप्ताहिक बाजार में भीड़ अधिक होती है, लेकिन यहां लोग कोरोना को लेकर सर्तक नजर नहीं आते हैं। बाजार में पहुंचने वाले अधिकांश विक्रेता मास्क का प्रयोग नहीं करते हैं। दूसरी ओर बाजार पहुंचने वाले ग्राहक भी मास्क की अनिवार्यता की ओर ध्यान नहीं देते और न ही शारीरिक दूरी के नियम का पालन करना ही जरूरी समझते हैं। हालाकि कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर काबू पाने के लिए जिला प्रशासन ने जिले में धारा 144 लागू की है, लेकिन इसके बाद भी निमयों की अनदेखी की जाती रही तो जल्द ही कोरोना की रफ्तार बेकाबू भी हो सकती है।
शहर के कई दुकानों व होटलों में भी कोरोना गाइडलाइन का पालन होता दिखाई नहीं देता। कई दुकानों में न तो सैनिटाइजर की व्यवस्था और न ही दुकानदार मास्क का प्रयोग कर रहे हैं। साथ ही दुकान के कर्मचारी भी मास्क के प्रयोग को लेकर गंभीर नहीं दिखते। लोगों की यह लापरवाही कोरोना संक्रमण की रफ्तार को बढ़ाने में सहायक साबित हो सकता है।