कोरोना की संक्रमण दर 9.88% पर पहुंच गई है। करीब 10 दिन बाद ऐसा हुआ है कि संक्रमण दर 10% से नीचे पहुंची हो। इस एक दिन में 19 मरीजों की मौत हो गई है। तीसरी लहर में यह सबसे बड़ा नुकसान है। पिछले एक महीने में एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में मौत नहीं हुई थी। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप है।
स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को 45 हजार 626 सैंपल लिए थे। इस दौरान 4 हजार 509 नए मरीज मिले। 5 हजार 406 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। अब प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या 31 हजार 74 रह गई है। जिन 19 लोगों की मौत हुई, उनमें से 4-4 रायपुर और दुर्ग जिलों से थे। 3 मरीज जांजगीर-चांपा के और एक-एक मरीज राजनांदगांव, बेमेतरा, धमतरी, महासमुंद, बिलासपुर, कोरिया, जशपुर और बस्तर के निवासी थे। स्वास्थ्य विभाग का कहना है, मरने वालों में 17 दूसरी बीमारियों से ग्रसित अथवा दुर्घटनाओं के शिकार लोग थे। केवल दो मौतों की प्रमुख वजह कोरोना संक्रमण बताया जा रहा है। कोरोना की वजह से प्रदेश में अब तक 13 हजार 746 लोगों की जान जा चुकी है। उसमें से 149 लोगों की जान इस तीसरी लहर में हुई।
पिछले दो पखवाड़े में यह पहली बार हुआ है कि किसी जिले में हजार से अधिक नए मरीज नहीं मिले। सबसे संक्रमित जिले रायपुर में भी नए मरीजों की संख्या 957 हाे गई। दुर्ग में 710 नए मरीज मिले। जांजगीर-चांपा में 321, रायगढ़ में 197, कांकेर में 175 और बस्तर में 169 नए मरीजों का पत चला है। इधर बिलासपुर में 168, कोरबा में 165, कोण्डागांव में 148 और सरगुजा में 136 नए लाेगाें में संक्रमण की पुष्टि हुई।
प्रदेश के 15 जिले ऐसे रहे जहां 100 से कम लेकिन 10 से अधिक संक्रमित मरीज मिले हैं। बलरामपुर-नारायणपुर में 20-20, मुंगेली में 27, गरियाबंद में 30 और कबीरधाम जिले में 42 नए लोगों में संक्रमण पाया गया। गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही और जशपुर जिले में 48-48 नए मरीज मिले हैं। वहीं दंतेवाड़ा में 50, बलौदा बाजार में 54, सुकमा में 55, बेमेतरा में 62, कोरिया में 76, महासमुंद में 78, सूरजपुर में 79 और बीजापुर में 83 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव रही है।