दंतेवाड़ा/बस्तर मित्र
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज दंतेवाड़ा जिले में इन्द्रावती नदी पर 47 करोड़ रूपए की लागत से बने छिंदनार पुल को बस्तर अंचल की जनता-जनार्दन को समर्पित कर पूरे बस्तर अंचल सहित अबूझमाड़ के विकास का एक नया द्वार खोल दिया है। यह पुल दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, बस्तर जिले को और बस्तर को अबूझमाड़ से जोड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छिंदनार का यह पुल कोई साधारण पुल नहीं, बल्कि यह बस्तर से लेकर अबूझमाड़ तक के विकास का असाधारण पुल है। इसके जरिए विकास की किरणें अब अबूझमाड़ में पहुंचने लगी है। इस पुल के बन जाने से इंद्रावती नदी के दोनों तरफ के न सिर्फ गांव जुड़े है, बल्कि इससे विकास और बुनियादी सुविधाएं आम जनता तक पहुंचने लगी है। मुख्यमंत्री ने छिंदनार पुल के लोकार्पण के मौके पर दंतेवाड़ा जिले को 251 करोड़ के 814 विकास एवं निर्माण कार्यों की सौगात दी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर कटेकल्याण और कारली में नव स्थापित डेनेक्स गारमेंट फैक्टरी का भी उद्घाटन किया। दंतेवाड़ा जिले में एक वर्ष के भीतर इन दोनों गारमेंट फैक्टरियों को मिलाकर कुल चार नई फैक्टरियां प्रारंभ हो चुकी है। इससे पहले हारम और बारासूर में गारमेंट फैक्टरी शुरू हुई थी। गारमेंट फैक्टरियों के माध्यम से अब तक 30 करोड़ रूपए के मूल्य के कपड़े की आपूर्ति पूरे देश में की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम में इन्द्रावती नदी के उस पार की ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों के लिए 10 करोड़ रूपए, कुंआकोण्डा में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के नवीन भवन निर्माण के लिए 2.50 करोड़, कटेकल्याण के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के जीर्णोंद्धार के लिए 2 करोड़ रूपए, स्वरोजगार के लिए 5 करोड़ रूपए दिए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने दंतेवाड़ा स्थित मां दंतेश्वरी मंदिर परिसर में चंदखुरी कौशल्या माता मंदिर की तर्ज पर ज्योति कलश कक्ष का निर्माण कराए जाने के साथ ही इन्द्रावती नदी में छिंदनार पुल के निर्माण में बलिदान देने वाले पाहुरनार के पूर्व सरपंच स्वर्गीय श्री पोसेराम कश्यप के नाम पर इस पुल का नामकरण किए जाने का एलान किया। उन्होंने छिंदनार पुल के निर्माण में शहीद हुए प्रधान आरक्षक स्वर्गीय श्री लक्ष्मीकांत द्विवेदी की शहादत को नमन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तुमरीगुंडा गांव में 2 करोड़ से अधिक राशि की लागत से 18 पारों में 18 ट्रांसफार्मर लगाकर शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का कार्य कराया गया है। नदी के उस पार के क्षेत्र में भी विद्युतीकरण के लिए भी 3.91 करोड़ रूपए की लागत के कार्य स्वीकृत किए गए है। ग्रामीणों को नल के जरिए शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जलजीवन मिशन के कार्य भी शुरू करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पुल का निर्माण आसान काम नहीं था। इसके लिए सुरक्षा बल के जवानों ने दिन-रात अपने प्राणों की बाजी लगाकर सहयोग दिया। मुख्यमंत्री ने छिंदनार पुल के निर्माण के दौरान सुरक्षा में लगे सभी जवानों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम को जिले के प्रभारी मंत्री एवं उद्योग एवं आबकारी मंत्री श्री कवासी लखमा और सांसद श्री दीपक बैज एवं विधायक श्रीमती देवती महेन्द्र कर्मा, बीजापुर विधायक श्री विक्रम मण्डावी ने भी संबोधित किया। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री तुलिका कर्मा, जिला पंचायत सदस्य सुश्री सुलोचना कर्मा, पार्टी पदाधिकारीगण श्री अवधेश सिंह गौतम, श्री शकील रिजवी, श्री वीरेन्द्र गुप्ता, श्री विमल सुराना, श्री सुभाष सुराना एवं अन्य जनप्रनिधिगण, पुलिस महानिरीक्षक श्री आनन्द छाबड़ा, पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज श्री पी. सुन्दर राज, आयुक्त बस्तर संभाग श्री श्याम धावड़े, कलेक्टर श्री दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ तिवारी, सीईओ जिला पंचायत श्री आकाश छिकारा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।