अंबिकापुर/बस्तर मित्र
बलरामपुर जिले के चलगली थाना क्षेत्र में पखवाड़ेभर पहले शिक्षक व उपसरपंच के घरों में डकैती करने वाले गिरोह के 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों में पांच पूर्व नक्सली है, जिसमें पूर्व एरिया कमांडर भी शामिल है। आरोपियों के कब्जे से पांच हजार रुपये नकद, दो 315 बोर की बंदूकें व अन्य हथियार बरामद किया गया है। आरोपियों ने पुलिस बनकर घर पर छापा मारा था और सिर पर बंदूक रखकर लूटपाट को अंजाम दिया था। आरोपियों की जेल में रहने के दौरान एक-दूसरे से दोस्ती हुई। जेल में ही आरोपियों ने नक्सलियों की तरह लेवी वसूलने की रणनीति बनाई और जेल से छूटने के बाद दस्ता तैयार कर रहे थे। पुलिस ने शुक्रवार को इस डकैती का खुलासा किया।
बलरामपुर एसपी रामकृष्ण साहू ने बताया कि चलगली थाना क्षेत्र के ग्राम मानपुर निवासी शिक्षक कमलेश गुप्ता और पड़ोस में रहने वाले पंचायत के उप सरपंच सकिंदर गुप्ता के घर 12 जनवरी की रात हथियारबंद डकैतों ने दो लाख रुपये नकद व दो लाख रुपये के जेवरात की डकैती कर ली थी। आरोपियों की धर-पकड़ के लिए एएसपी सुशील नायक, एएसपी प्रशांत कतलम, एसडीओपी रामानुजगंज एनके सूर्यवंशी, एसडीओपी वाड्रफनगर अनिल विश्वकर्मा, डीएसपी जितेंद्र खूंटे के नेतृत्व में कई टीमें बनाई गई थी। मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली कि जिले के त्रिकुंडा थाना क्षेत्र के गोवर्धन पहाड़ी में 8 से 10 संदिग्ध लोग मौजूद है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उन्हें हिरासत लिया। कड़ाई से पूछताछ करने पर संदेहियों ने डकैती की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया।
सभी आरोपियों का क्राइम रिकॉर्ड :-
एसपी रामकृष्ण साहू ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में सभी का क्राइम रिकॉर्ड है। सभी की मुलाकात जेल में हुई थी और जेल से छूटने के बाद पूर्व नक्सली नेपाली उर्फ प्रवीण खेस के कहने पर नक्सलियों की तर्ज पर लोगों से लेवी वसूलने के लिए अपना दस्ता तैयार कर रहे थे। मामले में गिरफ्तार आरोपी प्रवीण खेस उर्फ नेपाली पूर्व नक्सली है। वह पूर्व में जेजेएमपी नक्सली संगठन का एरिया कमांडर भी रह चुका है। गिरोह के सुंदरलाल साहू, मुखलाल यादव भी पूर्व नक्सली हैं। इसके अलावा मामले में फरार दो आरोपी भी पूर्व नक्सली हैं। आरोपियों से डकैती की रकम व जेवरात की बरामदगी की कोशिश में पुलिस जुटी है।
बंदूक टिका गोली मारने की दी धमकी :-
वारदात के दौरान शिक्षक की बहू अपने पति को डकैतों द्वारा साथ ले जाते देखा तो जोर-जोर से रोने लगी। इससे नाराज डकैतों में बंदूक महिला के पति के सिर पर टिका दिया और धमकी दी कि शोर मचाया तो उसके पति को गोली मार देंगे। इससे दोनों परिवार दहशत में आ गए और डकैत आसानी से घटा को अंजाम देकर चले गए। आरोपियों ने स्वयं को पुलिसकर्मी बताते हुए घर में हथियार होने की सूचना मिलने और जांच करने की बात कही थी। डकैतों ने शिक्षक रविंद्र गुप्ता एवं उनके छोटे पुत्र को अपने कब्जे में लेकर घर के अंदर आलमारी तथा पेटियों को खुलवा कर नकदी व गहने लूट लिए थे।