कांकेर/बस्तर मित्र।
जिले के कोयलीबेड़ा ब्लाक के बेचाघाट में दो माह तक आंदोलन के बाद गुरुवार को आदिवासी समाज ने जिला मुख्यालय में रैली निकालकर प्रदर्शन किया। सिलगेर हत्याकांड के दोषियों पर कार्रवाई व पीड़ितों को मुआवजा देने सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
भूमकाल दिवस के अवसर पर ट्रकों में सवार होकर कोयलीबेड़ा ब्लाक से बड़ी संख्या में सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग कांकेर पहुंचे थे। गोविंदपुर स्कूल मैदान में एकत्रित होने के बाद अपने विभिन्न मांगों को लेकर रैली निकाली गई। रैली मुख्य मार्ग से होते हुए शहर के मेलाभाटा मैदान पहुंची।
जहां सभा का आयोजन किया गया। जहां समाज प्रमुखों ने अपनी मांगों को पूरा किये जाने की मांग शासन से की और जिला प्रशासन को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की बस्तर संभाग में 5वीं अनुसूची का पालन किया जाए। अनावश्यक पुलिस व सुरक्षा बल के कैंप बस्तर से हटाए जाएं। आगामी जनगणना तक बस्तर के आदिवासियों को पृथक आदिवासी धर्मकोड का कालम दिया जाए। कोयलीबेड़ा क्षेत्र में 14 ग्राम पंचायत को अनुसूचित जनजातियों के लिए पूर्व की तरह आरक्षण किया जाए। प्रस्तावित बेचाघाट पुल निर्माण और सितराम पर्यटन स्थल बंद किया जाए।
तैनात रहे पुलिस के जवान :-
रैली और प्रदर्शन को देखते हुए शहर में बड़ी संख्या में पुलिस के अधिकारी व जवान तैनात थे। कलेक्टोरेट रोड में बेरिकेट लगाकर बड़ी संख्या में पुलिस जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी। शहर के चौक चौराहों और मुख्य मार्ग पर भी पुलिस के जवान तैनात थे। साथ ही भारी वाहनों को शहर के बाहर डायवर्ट किया गया और यातायात व्यवस्था बनाने के लिए यातायात पुलिस के जवान लगे हुए थे।