बस्तर मित्र/कांकेर।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कैबिनेट द्वारा वन टाइम रिलेशन के तहत स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के परिपालन कांकेर जिले द्वारा बस्तर संभाग के सबसे पहले प्रधानाध्यापक प्राथमिक शाला के पदोन्नाति आदेश जारी कर 1000 से अधिक सहायक शिक्षक एलबी की पदोन्नाति किए जाने पर छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन कलेक्टर का आभार व्यक्त किया है।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन कांकेर के जिला अध्यक्ष स्वदेश शुक्ला, प्रांतीय संयोजक वाजिद खान, प्रांतीय महासचिव हेमेंद्र साहसी, जिला सचिव संतोष जयसवाल ने कहा कि एलबी संवर्ग में कार्यरत सहायक शिक्षक विगत 20 से 22 वर्ष से इस पदोन्नाति का इंतजार कर रहे थे। अब विभाग की मूल धारा में सम्मिलित होने से उन्हें आगे चलकर माध्यमिक शाला प्रधान अध्यापक तथा व्याख्याता के पदों में पदोन्नाति का अवसर प्राप्त हो सकेगा। वहीं एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस पदोन्नाति आदेश में हुई कुछ त्रुटियों की ओर कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए ज्ञापन भी सौंपा।
ज्ञापन में पात्रता, योग्यता रखने वाले छुटे हुए सहायक शिक्षक एलबी का नाम पदोन्नाति सूची में शामिल करते हुए दिव्यांग शिक्षकों की पदस्थापना यथासंभव उनके निवास स्थान के निकटवर्ती संस्था में किए जाने, पदोन्नाति आदेश में कई शिक्षकों को विकासखंड में पद रिक्त होने के बावजूद कोयलीबेड़ा सहित अन्य विकासखंड में पदस्थ किए जाने पर आपत्ति व्यक्त करते हुए डीपीआई के मार्गदर्शी निर्देशानुसार पद रिक्त होने पर वर्तमान कार्यरत संस्था, संकुल, विकासखंड में ही पदस्थ किए जाने, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा पदोन्नात सहायक शिक्षकों के भार मुक्त करने एवं कार्यभार ग्रहण करने पर लगी रोक को हटाने, राज्य शासन द्वारा सहायक शिक्षकों द्वारा दिसंबर 2021 में किए गए हड़ताल अवधि का भुगतान करने संबंधी आदेश प्रसारित किए जा चुके है।
इस दौरान जिला पदाधिकारी राम मनोरथ राय, पंकज बाजपेई, जिला विधिक सलाहकार वैभव मेश्राम, विकासखंड अध्यक्ष कोयलीबेड़ा प्रसाद ठाकुर, इकाई अध्यक्ष श्यामलाल दुग्गा, कांकेर सत्यनारायण नायक, चारामा मनीष तिवारी, दुर्गुकोंदल गोरखनाथ ध्रुव, भानुप्रतापपुर उपाध्यक्ष मुकेश जैन, कांकेर विकासखंड महासचिव नितेश उपाध्याय, मीडिया प्रभारी कृष्णेंदु आइच, किशोर विश्वकर्मा, राकेश शुक्ला, गणेश रवानी, बोधन साहू, रामभुवन वर्मा, नीलू रजक, रविशंकर यादव, चिंतामणि यादव, अजीत ठाकुर, राकेश महंत, कृपासिंधु घरामी, भुनेश्वरी साहू, चंपेश्वरी कोड़ोपी, शर्मिला ठाकुर, संतोषी शोरी, पुरुषोत्तम उइके, नरेश दुर्गासी सहित कई शिक्षक शामिल थे।