बस्तर मित्र न्यूज।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 18 फरवरी को पूर्वान्ह 11 बजे अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में राज्य के गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों प्राकृतिक रूप से निर्मित विभिन्न प्रकार के उत्पादों के एकीकृत ब्रांडनेम ‘अर्थ‘ को लॉन्च करेंगे। इसके साथ ही बाजार में अर्थ ब्रांडनेम से महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार गिफ्ट हैम्पर विक्रय के लिए उपलब्ध हो जाएगा। मुख्यमंत्री इस मौके पर अर्थ ब्रांड के लोगो का भी विमोचन करेंगे।
गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा दैनिक जीवन में उपयोग की कई सामग्रियां नेचुरल तरीके से निर्मित की जा रही है। इनको बाजार में अर्थ ब्रांडनेम से विक्रय किया जाएगा। राज्य के 22 विकासखण्डों के 230 गौठानों से जुड़ी 277 महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा विशेष प्रकार के चार प्रोडक्ट तैयार किए जा रहे हैं, जिसमें लेमन ग्रास और अपराजिता के उपयोग से दो प्रकार की इम्यूनिटी-टी, लेमन ग्रास, सिट्रोनेला, पामारोजा एवं तुलसी से बने चार प्रकार के एसेंशियल ऑयल, मुल्तानी मिट्टी, शहद, दूध, तुलसी, लेमन, ऐलोवेरा, लेमन ग्रास एवं हल्दी से निर्मित आठ प्रकार के साबुन तथा पांच प्रकार के लाल, हरा, नीला, पीला एवं गुलाबी जैविक गुलाल शामिल हैं। गोधन न्याय मिशन के मार्गदर्शन में महिला समूहों के उक्त उत्पादों को गिफ्ट हैम्पर के रूप में बहुत ही आकर्षक ढंग से पैकेजिंग की गई है। इसका एओटी भी तैयार किया गया है। यह गिफ्ट हैम्पर अर्थ ब्रांडनेम से मार्केट में बिकेगा। इसकी मार्केटिंग वेबसाइट के माध्यम से भी की जाएगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में गौठानों में महिला स्व-सहायात समूहों के माध्यम से जैविक गुलाल एवं पूजन सामग्री तैयार करने के लिए संचालक उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी तथा श्री गणेश ग्लोबल प्राईवेट लिमिटेड के मध्य एमओयू भी होगा। यहां यह उल्लेखनीय है कि राजनांदगांव जिले में जैविक गुलाल एवं पूजन सामग्री तैयार किए जाने का पायलेट प्रोजेक्ट संचालित है। इसके तहत सखी समूह संगठन सोमनी एवं श्री गणेशा ग्लोबल प्राईवेट लिमिटेड के मध्य एमओयू हो चुका है। जिसके तहत 50 महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य महिलाओं को जैविक गुलाल एवं पूजन सामग्री तैयार करने के लिए विधिवत प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। राजनांदगांव जनपद के ग्राम अंजोरा स्थित वृंदावन गौठान में फूलों की खेती के साथ-साथ वहां के रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा फूलों से गुलाल एवं पूजन सामग्री निर्मित किए जाने की शुरूआत हो चुकी है।
संचालक उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी तथा श्री गणेश ग्लोबल प्राईवेट लिमिटेड के मध्य 18 फरवरी को होने वाले एमओयू के तहत प्रथम चरण में दुर्ग एवं रायपुर जिले के 10 गौठानों में जैविक गुलाल एवं पूजन सामग्री निर्मित की जाएगी। इसके लिए दोनों जिलों के 150 महिला स्व-सहायता समूहों को जोड़ा गया है। महिला स्व-सहायता समूह जैविक गुलाल के साथ-साथ पूजन सामग्री जिसमें चंदन पाउडर, रूई बत्ती, कुमकुम, रोली, हवन आदि सामग्री तैयार करेंगी।