बस्तर मित्र/कांकेर।
कलेक्टर चन्दन कुमार की अध्यक्षता में जिला बाल संरक्षण एवं टॉक्स फोर्स की बैठक आयोजित की गई, जिसमें सड़कों में रहने वाले एवं पी एम केयर बालकों की पहचान कर ऐसे बालकों के चिकित्सीय, शैक्षणिक और विकास संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए चिन्हाकित बालकों को प्रतिमाह 02 हजार रूपये की स्पान्सर-शीप योजना के तहत सहायता राशि प्रदान करने का अनुमोदन किया गया। लैगिंक अपराधों से संरक्षण अधिनियम के तहत ऐसे पीड़ित बालिकाओं को तत्काल स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया, साथ ही ऐसी बालिकाओं को शैक्षणिक संस्था के द्वारा चिन्हांकन करने के लिए निर्देशित भी किया गया।
बैठक में जिला बाल संरक्षण ईकाई द्वारा में त्रैमास में किये गये कार्यों की जानकारी प्रदान की गई, जिसमें बताया गया कि लैंगिक अपराधों से संबंधित 02 प्रकरणों में एफ.आई.आर दर्ज कराया गया तथा बाल विवाह रोकने हेतु जन जगरूकता अभियान चलाया गया एवं प्रशिक्षण दिये गये। जिले में 47 बच्चों का पुर्नवास किया गया तथा भावी दत्तक माता-पिता की संख्या 37 है। बैठक में सी थ्री संस्था के समन्वयक द्वारा डी.आर. जी. गु्रप गठन व कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी गई।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.एल. उईके, जिला बाल संरक्षण अधिकारी रीना लारिया, उप संचालक पंचायत कमल सिदार सहित समाज कल्याण, पुलिस एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद थे।