बस्तर संभाग

गोधन न्याय योजना से लाभ मिलने पर खुशी समूह की महिलाओं के चेहरे पर आई खुशी . . .

बस्तर मित्र न्यूज।

छत्तीसगढ़ सरकार की जन कल्याणकारी योजना गौठान और गोधन न्याय योजना के कारण गाँव की महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिल रही है, गाँव की महिलाओं की योगदान से इस योजना का सकारात्मक परिणाम मिल रहा है, राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरवा एवं बाड़ी से नरसिंगपुर गाँव की खुशी स्व-सहायता समूह की महिलाओं के जीवन मे खुशहाली आई है। इसका जीता जागता उदाहरण कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर विकास खंड के ग्राम गोठान प्रबंध समिति भैंसाकान्हर-डु के आश्रित ग्राम नरसिंगपुर गोठान गाँव की खुशी समूह की महिलाओं को इस योजना का लाभ लगातार मिल रहा है।

कृषि विभाग से मिला सहयोग एवं ग्रामीण कृषि विस्तार आधिकारी प्रवीण कवाची के तकनीकी मार्गदर्शन तथा सहयोग से नरसिंगपुर गौठान की महिला समूह को गोधन न्याय योजना के तहत वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने की विधि, वर्मी एकत्र कर भंडारण करने के तकनिकी प्रशिक्षण दिया गया। जिसके परिणामस्वरूप महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन करने में दक्षता हासिल कर ली है। समूह द्वारा अब तक 03 लाख 04 हजार रुपये का वर्मी खाद विक्रय किया गया है, खुशी महिला समूह के अध्यक्ष जैसवरी उइके ने बताया कि नरसिंगपुर गोठान से अब तक 304 क्विंटल वर्मी खाद उत्पादन कर विभिन्न विभागों एवं लेम्पसों के माध्यम किसानों को परमिट में वर्मी खाद का विक्रय की जा चुकी है, उन्होंने कहा कि वर्तमान में 20 वर्मी टैंको में खाद बन कर तैयार है, जिसे समूह के सदस्यों द्वारा छनाई, पैकेजिंग करने का कार्य की जा रही है, इस वर्ष भी तैयार वर्मी कम्पोस्ट खाद को खरीफ वर्ष 2022-23 में सहकारी समिति लेम्पसों के माध्यम से किसानों को विक्रय किया जायेगा।

01 लाख 70 हजार रुपये से अधिक का केंचुआ खाद का विक्रय-

नरसिंगपुर खुशी समूह के सदस्य श्रीमती कुंती दर्रो ने बताया कि प्रांरभ में कृषि विभाग के माध्यम से 40 किलोग्राम निःशुल्क केंचुआ कीड़ा उपलब्ध करवाया गया था, कृषि विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी प्रवीण कवाची के तकनीकी मार्गदर्शन से ही गोबर से खाद बनाने के साथ केंचुवा कीड़ा उत्पादन में भी समूह की महिलाएं दक्षता हासिल कर ली है, इस वर्ष भानुप्रतापपुर विकासखण्ड के विभिन्न गौठानो के लिए 655 किलोग्राम केंचुआ कीड़ा, 260 रुपये की दर से विक्रय की जा चुकी है, जिससे महिला समूह को 01 लाख 70 हजार रूपये से अधिक की आमदनी हुई है। अब समूह की महिलाएं केंचुवा कीड़ा का उत्पादन कर आगे भी अन्य गौठान ग्रामों में विक्रय करने की तैयारी कर रही है, जिससे आर्थिक अमदनी अधिक होगी।

वर्तमान में शासन के विभिन्न विभागों के द्वारा गौठान ग्राम को रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के रूप में विकसित करने व गाँव की महिलाओं को गाँव मे ही रोजगार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से विभिन्न मल्टीएक्टिविटी कार्यो को नरसिंगपुर गोठान में शुरू की जा रही है, गौठान में दाल मिल स्थापना, तालाब निर्माण, सब्जियों की उन्नत खेती के लिए ड्रिप विस्तार की जा रही है।




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Mannu Ram Kawde

पत्रकारिता के लिए समर्पित . .



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