बस्तर मित्र न्यूज।
कांकेर विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम धनेलीकन्हार निवासी चैतराम करबगिंया को ग्रामीण सचिवाल में मिला बच्चों का जाति प्रमाण पत्र। उन्होंने बताया कि अपने बेटे रौनक और तन्मय का जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए ज्यादा भटकना नहीं पड़ा और गांव मे ही संचालित ग्रामीण सचिवालय में आवेदन प्रस्तुत करने पर एक ही दिन में जाति प्रमाण पत्र बनने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया।
चैतराम ने बताया कि उनके पुत्र स्कूल में अध्यनरत है, आगे की पढ़ाई के साथ छात्रवृत्ति के लिए जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता होने लगा, तब मैं ग्राम के सचिव से जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए जानकारी लिया। उन्होंने मुझे बताया कि जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए ग्राम पंचायत का प्रस्ताव के साथ मिशल रिकार्ड, हल्का पटवारी का प्रस्ताव पूर्ण कराकर पंचायत भवन धनेलिकन्हार ग्रामीण सचिवालय मे आवेदन जमा करने की बात कही, तब मैं 30 मार्च को ग्रामीण सचिवालय पहुंचकर सभी दस्तावेजों के साथ आवेदन प्रस्तुत किया। ग्रामीण सचिवालय में उपस्थित सदस्य पटवारी, सचिव, अन्य अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा जाति प्रमाण पत्र के आवेदन का जांच करते हुए एक ही दिन में जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया। जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए मुझे तहसील कार्यालय जाना नहीं पड़ा और फिजूल खर्च और समय का भी बचत हुआ, जिसके लिए मैं ग्रामीण सचिवालय संचालित करवाने के लिए कलेक्टर चन्दन कुमार को धन्यवाद ज्ञापित करता हॅू।
कलेक्टर चन्दन कुमार के निर्देशानुसार जिले के सभी ग्राम पंचायतों में ग्रामीण सचिवालय संचालित किया जा रहा है, जिसमें लोगों की जाति, आय एवं निवास प्रमाण पत्र, जन्म-मृत्यु पंजीयन, विवाह पंजीयन, अविवादित नामान्तरण, पेंशन, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, नये पेंशन प्रकरणों की स्वीकृति, गांव में हैण्डपम्प, बिजली, मनरेगा जॉब कार्ड, राशन कार्ड बनाना एवं नया नाम जोड़ने इत्यादि से संबंधित समस्याओं का निराकरण ग्रामीण सचिवालय में किया जा रहा है।