बस्तर मित्र/जगदलपुर।
जिले में स्वास्थ्य विभाग एवं पिरामल स्वास्थ्य द्वारा आश्वासन अभियान के अंतर्गत कोविड एवं टीबी की संक्रमण की कड़ी तोड़ने हेतु सक्रिय खोज अभियान दन्तेवाड़ा जिले के चार विकास खंडों में चलाया जा रहा है। जिसमें पिरामल स्वास्थ्य द्वारा समस्त विकास खंडों में कम्यूनिटी मोबालाइजर, पैरामेडिकल स्टाफ चयन किया गया है। जिसमें पिरामल टीम द्वारा सक्रिय खोज अभियान 147 ग्रामों का भ्रमण किया गया। जिसमें 703 संभावित मरीजों की पहचान कर 604 मरीजों का सैम्पल एकत्र कर लैब में जांच के लिये भेजा गया। 26 मरीजों पॉजिटिव पाए गए है। पोटा केबिन भांसी स्कूल में क्षयरोग जागरूकता कार्यक्रम पिरामल स्वास्थ्य टीम द्वारा पोटा केबिन भांसी स्कूल में क्षय रोग जागरूकता कार्यक्रम किया गया।
भारत को टी.बी.मुक्त बनाने की दिशा में क्षय रोग जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन पिरामल फाउंडेशन गांधी फेलो राधा राऊत द्वारा आयोजन किया गया। क्षय रोग के अधिकांश मामलों का इलाज सफलतापूर्वक किया जा सकता है। सक्रिय क्षय रोग से ग्रसित लोगों का इलाज एंटीबायोटिक और अन्य दवाओं के किया जाता है जो क्षय रोग के जीवाणु को नष्ट कर देते हैं या नियंत्रित करते हैं। उपचार प्राय कई महीनों तक चलता है। सुप्त क्षय रोग से पीड़ित लोगों का उपचार एंटीबायोटिक से किया जा सकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे भविष्य में सक्रिय क्षय रोग से ग्रसित न हों। स्वास्थ्य समन्वयक ने बच्चों को क्षयरोग के लक्षण के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अगर 2 सप्ताह से ज्यादा खांसी आए, वजन घटे या सीने में दर्द होना भूख न लगे आदि जैसे लक्षण नजर आते है तो तुरंत उसे अपने नजदीकी जांच केंद्र पर बलगम की जांच करवानी चाहिए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जी.सी शर्मा के निर्देश पर पिरामल स्वास्थ्य द्वारा ग्राम नहाड़ी, ककाड़ी संवेदनशील क्षेत्र के ग्राम वासियों को क्षय रोग के प्रति जागरूक किया गया। ग्राम नहाड़ी, ककाड़ी संवेदनशील क्षेत्र के ग्राम वासियों को क्षय रोग रोग के बारे में जागरूक किया गया संभावित क्षय रोगियों को जांच हेतु प्रेरित किया। जिसमें उपसरपंच जोगाराम व ग्राम सदस्य विजय मरकाम, हिडमा हेमला, हरीश मंडावी के सहयोग से ग्राम में बैठक का आयोजन किया गया पिरामल टीम द्वारा बताया गया टीवी किसी को भी हो सकता है इससे घबराने की जरूरत नहीं है। अगर मरीज पूरी दवाई लेता है तो वह पूरी तरह से ठीक हो जाता है। साथ ही इस बीमारी को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों के बारे में भी लोगों को जानकारी दी। वह बच्चों को टीबी के प्रकार के बारे में भी अवगत कराया गया स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संचालित मरीजों के लिए निश्चय पोषण योजना के बारे में भी जानकारी देते हुए बताया कि टीवी मरीज को सरकार द्वारा 500 की पोषण राशि भी दी जाती है।