कांकेर/बस्तर मित्र।
मिट्टी की उर्वरा शक्ति के पुनर्जीवन हेतु रासायनिक खादों एवं कीटनाशकों के स्थान पर वर्मी कम्पोस्ट खाद के उपयोग के साथ गौ-मूत्र एवं अन्य जैविक पदार्थों के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा लिये गये निर्णयानुसार जिले में आज अक्षय तृतीया (अक्ती तिहार) को माटी पूजन दिवस के रूप में मनाया गया। कलेक्टर श्री चन्दन कुमार के मार्गदर्शन में जिले के सभी गौठानों में जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों की उपस्थिति में माटी पूजा की गई तथा धान बीज की बोनी की गई, ताकि उसके अंकुरण क्षमता का परीक्षण हो सके। संसदीय सचिव श्री शिशुपाल शोरी कांकेर विकासखण्ड के ग्राम बेवरती के गौठान तथा जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री हेमंत धु्रव भानुप्रतापपुर तहसील के ग्राम चिल्हाटी के गौठान में आयोजित माटी पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए।
जिले के कलेक्टर चन्दन कुमार, अपर कलेक्टर एस.पी. वैद्य, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुमीत अग्रवाल, विभिन्न विभागों के जिला अधिकारियों के साथ कांकेर विकासखण्ड के ग्राम कुलगांव के गौठान में आयोजित माटी पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए एवं ग्रामीणों के साथ विधिवत पूजा अर्चना की गई। ग्राम कुलगांव के गौठान में आयोजित माटी पूजन दिवस के अवसर पर कलेक्टर श्री चन्दन कुमार द्वारा मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के संदेश का वाचन किया गया। उन्होंने कहा कि अक्ती का यह दिन हमारी संस्कृति के साथ-साथ हमारी कृषि परंपरा में भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। आज के दिन से ही नयी फसल के लिए तैयारी शुरू हो जाती है, हमारे जीवन का मूल यही माटी है। इसे हमेशा जीवंत मानते हुए उसका आदर-सम्मान करना चाहिए।
कुछ दशकों में हमने अपने खेतों में रासायनिक खादों और कीटनाशकों का बहुत ज्यादा उपयोग किया है, इससे हमारी धरती की उर्वरा शक्ति नष्ट हो रही है। हम इस समय जिन तौर-तरीकों से खेती कर रहे हैं, वह प्रकृति की पूजा और सेवा की हमारी परंपरा के अनुरूप नहीं है, यह समय अपनी स्वस्थ्य परंपराओं की ओर लौटने का समय है। अपनी माटी और अपनी धरती को यदि हमने अभी नहीं बचाया तो फिर बाद में बहुत देर हो चुकी होगी। इसलिए पुरखों के बताये रास्ते पर चलते हुए आज अक्ती के शुभ दिन से हम छत्तीसगढ़ में माटी पूजन महाअभियान की रासायनिक खादों और कीटनाशकों की जगह जैविक खाद, वर्मी कम्पोस्ट और गौ-मूत्र के उपयोग को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देंगे।
माटी पूजन दिवस के अवसर पर कलेक्टर श्री चन्दन कुमार द्वारा मिट्टी (भुईंया) की रक्षा करने, खेत, बगीचों और घरों में जैविक खाद का उपयोग करने, ऐसा कोई काम नहीं करने जिससे मिट्टी, पानी की सेहत खराब हो, भूमि, जल को होने वाले नुकसान के प्रति सबको सचेत कर पर्यावरण की रक्षा करने की शपथ भी दिलाई गई। इस अवसर पर ग्राम पंचायत कुलगांव के सरपंच कमलेश पदमाकर, ग्राम प्रमुख धरमसिंह कोरेटी, सुभऊ कुंजाम, कनेसिंग सलाम, मोतीराम कोरेटी, आशाराम नेताम सहित ग्रामीणजन एवं विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी भी मौजूद थे।