कांकेर/बस्तर मित्र।
जिले के प्रभारी सचिव एवं आयुक्त आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास शम्मी आबिदी ने आज कांकेर में जिला अधिकारियों की बैठक लेकर आकांक्षी जिला के सूचकांकों में प्रगति की विस्तृत समीक्षा किया एवं बेहतर प्रदर्शन कर कमियों को दूर करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बैठक में जिले के कलेक्टर चन्दन कुमार, अपर कलेक्टर सुरेन्द्र प्रसाद वैद्य, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुमीत अग्रवाल सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
प्रभारी सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी ने आकांक्षी जिला के विभिन्न सूचकांकों-स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, कौशल एवं वित्तीय समावेश, बुनियादे ढांचे इत्यादि क्षेत्र में किये गये कार्यों एवं उपलब्धियों की समीक्षा की तथा डेल्टा रैकिंग में सुधार के लिए बेहतर प्रदर्शन करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में उत्कृष्ट परिणाम के लिए स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि एनीमिया दूर करने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत् पौष्टिक गरम भोजन वितरण के समय हितग्राहियों को अपने समक्ष आयरन फोलिक एसिड की टेबलेट को खिलाया जावे तथा सभी गर्भवती माताओं का शत-प्रतिशत पंजीयन एवं संस्थागत प्रसव सुनिश्चित की जाये।
उन्होंने कहा कि आकांक्षी जिला के सूचकांकों में कांकेर जिला में अच्छा कार्य हो रहा है। शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने के लिए सभी विभाग मिलकर कार्य करते हुए जो कमियां हैं, उसे दूर किया जावे। श्रीमती शम्मी आबिदी द्वारा पोषण पुनर्वास केन्द्रों में कुपोषित बच्चों को भर्ती कर उनके उपचार के संबंध में भी जानकारी ली गई। समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत् डीएमएफ मद से रागी का पौष्टिक हलवा एवं कोदो की पौष्टिक खिचड़ी गर्भवती पोषक माताओं तथा कुपोषित बच्चों को उनके घरों में जाकर प्रतिदिन शाम को सुपोषण दूतों के माध्यम से खिलाया जा रहा है, इसके क्रियान्वयन से कुपोषण दर में कमी दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजनांतर्गत जिले के 190 हाट-बाजारों में मरीजों का उपचार किया जा रहा है, अब तक 02 लाख 04 हजार 978 लोगों का उपचार कर लाभान्वित किया जा चुका है। प्रभारी सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी ने विद्युत विहीन आंगनबाड़ी केन्द्रों में विद्युत की व्यवस्था करने तथा शाला त्यागी बच्चों को पुनः स्कूल से जोड़ने के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। पशु नस्ल सुधार के लिए गौठानों में शिविर लगाकर कृत्रिम गर्भाधान करने के निर्देश भी दिये। महिला स्व-सहायता समूह के अनुसूचित जाति वर्ग की महिलाओं को ऋण सुविधा उपलब्ध कराने हेतु प्राक्कलन प्रस्तुत करने के लिए भी निर्देशित किया गया। छात्रावास-आश्रम भवनों का मरम्मत कार्य अतिशीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश भी दिये गये।
कलेक्टर चन्दन कुमार ने प्रभारी सचिव शम्मी आबिदी को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनके द्वारा जो भी निर्देश दिये गये हैं, उनका पालन करते हुए आकांक्षी जिला के डेल्टा रैंकिंग में सुधार के प्रयास किये जाएंगे, ताकि कांकेर जिला आकांक्षी जिला से बाहर निकल सके।