कांकेर/बस्तर मित्र।
चुनाव के बाद सरकार के द्वारा कर्मचारियों को एवं उनकी मांगों को दरकिनार कर दिया गया है जबकि सरकार की सभी योजनाओं को जनसामान्य तक एवं लक्ष्य तक पहुंचाने का कार्य कर्मचारियों द्वारा ही किया गया है इस सरकार द्वारा कर्मचारियों को न तो क्रमोन्नति पदोन्नति ना समयमान वेतनमान न गृह भाड़ा भत्ता अनुसूचित क्षेत्र भत्ता दिया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन अपनी मांगों को लेकर सामूहिक अवकाश पर हैं संघ के संभागीय अध्यक्ष दीपक झा जिला अध्यक्ष मोहन सेनापति वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेमंत टांग साले ने कहा राज्य में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा सरकार गठन के बाद ढाई साल के बाद भी आज तक कर्मचारी हितैषी कोई भी कार्य नहीं किया है जुलाई 2019 से विलंबित महंगाई भत्ते को भी लटका कर रखा गया है जबकि कांग्रेस शासित दो राज्यों की सरकार ने अपने कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दे दिया है कांग्रेश के द्वारा 2018 के विधानसभा चुनाव के पहले अपने जन्म घोषणापत्र में कर्मचारी हित में कई घोषणाएं की थी राज्य के कर्मचारियों को भूपेश बघेल सरकार से बहुत उम्मीद एवं अपेक्षाएं थी लेकिन भारी बहुमत के साथ चुनकर आने के बाद सरकार की प्राथमिकताएं बदल गई हैं । इसीलिए सभी वर्गों के अधिकारी कर्मचारी एवं शिक्षक एकजुट होकर कलेक्ट्रेट मार्ग स्थित शीतला मंदिर के पास धरना प्रदर्शन किया गया है।