बस्तर मित्र/कांकेर।
हमारे कवड़ो समुदाय की संस्कृति व सभ्यता की उत्पति हजारों वर्ष पूर्व से ही प्रकृति आधारित ‘‘कोया पुनेम’’ अर्थात् मानव सत्मार्ग एवं प्रकृति जीवन शैली को अपनाते हुए विद्यमान है। मगर बाहरी आडम्बरिक विचारधारा के प्रभाव में आकर कवड़ो समुदाय की भावी पीढ़ी आदर्श युक्त परम्पराओं को छोड़कर अन्य व्यवस्थाओं को अपना रहे है। इसलिए कवड़ो गण्ड गुण्डार (कुल परिवार) में गहरा संकट मंडराने लगा है। आइयेगा उनके विकल्प में अपने पेनकडा मण्डा परगना पर मौजूद विश्व की वैभवशाली सभ्य संस्कृति (बाना - बानी) व कोया पुनेम आधारित व्यवस्था को कवड़ो समुदाय में पूर्नस्थापित करने व संरक्षण संवर्धन पुर्नजागरण करने हेतु हमारे कवड़ो समुदाय के पुरखों की उच्चत्तम आदर्श व्यवस्थाएं ‘‘टोन्डा, मन्डा, कुण्डा, गड़, मांडा, जागा एवं कोट नार्र जागा, बुम-बुमकाल तथा पेन प्रकिृयाओं के कारण हमारे पूर्वज ‘‘कुण्डा व्यवस्था’’ से कालान्तर में पेन बनकर आने वाले पीढ़ियों के लिए आधुनिक विज्ञान सम्मत पथ दर्शित का काम करते आ रहे हैं।
यह देवता भूमि पर ही बने अपने आध्यात्मिक मुख्यालय पेन राऊड़ में निवास करता था। आज बस्तर में देवताओं के जन्म के चलन सारे बांध तोड़ चुके है। नया वंशी का उदय हो चुका है और पुराने विभजित हो गया है। वंश के पुजारी पेन पुरखा होता है। सभी जगह आत्मा मृतकों को वंश के पूर्वजों में मिलाने लाया जाता है। वर्तमान समय में इस वंश के कई पूजा स्थल है। इस गोत्र में 14 मण्डा एवं सात मानेय है। सात भाईयों कावड़े, दुग्गा, पोटाई, नुरुटी, कोला, धुरवा, एवं बुई है। जिसका टोटम चिन्ह नाग सर्प तथा घोड़ा है।
(1) बड़गई - जन्म स्थान
(2) तेलगा - तेल लगता है।
(3) मुले - रात रुकता सोता है।
(4) वर्तनार - नाश्ता चिवड़ा खाता है।
(5) पलोरमटा - दूध पीता झुलना झुलता है।
(6) बुढ़ा खुडसे - गद्दी बैठता है।
कार्यवाहक पदाधिकारीयों की सूची स्थान ग्राम - पचेड़ा तहसील डौंडी जिला बालोद छ.ग श्री नकुल सेवता सेवा निवृत्त प्राचार्य जिला जगदलपुर बस्तर, अध्यक्ष - श्री श्यामसिंह सेवता उपसंचालक कृषि जिला जगदलपुर बस्तर, उपाध्यक्ष - श्री निर्मल नाग कन्हारगांव मरकडा जिला कोण्डागांव सुकमन कावड़े खडका नारायणपुर, रत्तु कावड़े, मातला बुढ़ खुरसे, आत्माराम कावड़े जिला बालोद, सितम्बर कावड़े, सचिव विनय सेवता गीतपहर जिला कांकेर, सहसचिव - रमेश नाग बड़गई , कोषाध्यक्ष - शिवशंकर कावड़े, मिडिया प्रभारी मन्नूराम कावड़े, चनार जिला कांकेर, लक्ष्मण नाग बारदा, संचालक - सोपसिंग नाग मोदे मरकडा, दीपक कावड़े गांडागौरी, सालीकराम, आत्माराम, नरेन्द्र कवड़ो, टंडन कावड़े, मनेश कावड़े, ईश्वर कावड़े, रिसऊ कावड़े, योगिता कावड़े, शिवशंकर नाग, दीपक सेवता, विनय सेवता, बसंत कुमार, महेश, विजय कुमार सेवता, माहरू राम नाग, लक्ष्मण कावड़े, बालसिंह नाग, सुभानसिंह नागवंशी, रमेश कुमार नाग, संतराम कावड़े एवं समस्त कावड़े, सेवता, नाग आदि परिवार के लोग उपस्थित थे।