लीवर मानव शरीर के लिए कई आवश्यक कार्य करता है। यह लाल-भूरे रंग का अंग होता है और यह शरीर का सबसे बड़ा आंतरिक अंग होता है। लीवर लगातार खून को फिल्टर करने, महत्वपूर्ण हार्मोन और एंजाइम बनाता है। और ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करता है। यह पित्त रस के उत्पादन के लिए भी जिम्मेदार होता है। ऐसे में हमे अपने लीवर को हेल्दी बनाए रखने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए। आप जो खाते हैं उसका असर आपके लीवर पर पड़ता है। आमतौर शराब पीने, अनहेल्दी फूड खाने और डायबिटीज, हेपाटाइटिस बी व सी जैसे कारणों से लिवर खराब या कमजोर होने लगता है।
अनहेल्दी लिवर की वजह से कमजोरी होना, भूख कम होना, उल्टी होना, नींद ना आना, दिनभर थकान महसूस होना, तेजी से वजन घटने के साथ लीवर में सूजन जैसी समस्याएं होने लगती है। ऐसे में आप भी अगर कमजोर लीवर की परेशानी से जूझ रहे है तो हम आपको कुछ ऐसे नेचुरल हर्ब के बारे में बताने जा रहे है जिनकी मदद से कुछ हद तक कमजोर लीवर की परेशानी से उभरा जा सकता है। बता दे, यह आर्टिकल सिर्फ आपको सामान्य जानकारी देने के लिए बनाया गया है। यह किसी भी तरह से दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता है। अधिक परेशानी होने पर अपने डॉक्टर से जरुर संपर्क करें...
अश्वगंधा
अश्वगंधा लीवर के संतुलन को बहाल करने में मदद करती है। इसका सेवन लीवर की कोशिकाओं में तनाव और विकिरण के प्रभाव को कम करने में मदद करता है और इससे होने वाली क्षति को रोकता है साथ ही पाचन तंत्र की क्रियाओं को सुचारू रूप से चलाने में भी मदद करता है। इसका सेवन पित्त और संबंधित एंजाइमों के प्राकृतिक उत्पादन को बढ़ाने में भी सहायता करता है।
जीरा
जीरा लीवर के लिए फायदेमंद होता है। यह पित्त रस और अन्य पाचन एंजाइमों के उत्पादन में मदद करता है। यह लीवर के डिटॉक्सिफिकेशन में भी मददगार है। हेल्दी लीवर के लिए आप जीरा पानी भी पी सकते हैं। वजन कम करने के लिए जीरे पानी फेमस पेय प्रदार्थ माना जाता है।
लहसुन
लहसुन में मौजूद एस-एलील्मर कैप्टोसाइटिस्टीन यौगिक नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर के उपचार में सहायक हो सकता है। लहसुन आपके लीवर को किसी प्रकार की चोट से बचाने के लिए भी जाना जाता है। इसके अलावा लहसुन का तेल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो लिवर की सूजन को कम करने में मदद करने का काम करता है।
धनिया
धनिए डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करता है, जो लीवर को हेल्दी रखता है। धनिया पाउडर का इस्तेमाल आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ देता है।
त्रिफला
त्रिफला आंवला या आंवला, चेबुलिक हरड़ या हरीतकी, और बहेड़ा या बिभीतकी को समान मात्रा में मिलाकर तैयार किया जाता है। मुख्य रूप से कब्ज से राहत के लिए उपयोग किया जाता है, त्रिफला लीवर के समुचित कार्य में भी मदद करता है। लीवर की सेहत के लिए त्रिफला की गोलियां एक बेहतरीन विकल्प हो सकती हैं।
सौंफ
सौंफ का सेवन लीवर को फायदा पहुंचा सकता है। सौंफ के बीजों में काफी स्ट्रॉन्ग खुशबू होती है। लीवर को हेल्दी बनाने के लिए आप अपने खाने में सौंफ के बीज मिला सकते हैं। सौंफ के बीज वजन घटाने में भी मदद करते हैं। यह आपको फ्रेशनेस का अहसास कराते हैं।
हल्दी
हल्दी भारतीय रसोई का एक अनिवार्य हिस्सा है। हल्दी सब्ज्यिों के लिए गोल्ड की तरह है, जो कई तरह के स्वास्थ्य लाभ और औषधीय गुणों से भरपूर होती है। यह अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव के कारण लीवर डिसऑर्डर के लिए एक बेहतर विकल्प है। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट भी है जो लीवर की कोशिकाओं को डिटॉक्सीफाई करता है। इतना ही नहीं, हल्दी में मौजूद हेपाटोप्रोटेक्टिव गुण लिवर के जोखिम को कम करने में सहायक भी होते हैं। बेहतर लीवर के लिए आप हल्दी की चाय या हल्दी वाले दूध का सेवन कर सकते है।