बस्तर संभाग

राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह बाबरा ने ली अधिकारियों की बैठक . . .

कांकेर/बस्तर मित्र।

छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह बाबरा ने आज जिला कार्यालय कांकेर में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, मार्कफेड, शिक्षा, आदिवासी विकास विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर उपभोक्ताओं को राशन वितरण, स्कूलों में मध्यान्ह भोजन, आंगनबाड़ी केन्द्रां में पूरक पोषण आहार तथा आश्रम-छात्रावासों के भोजन में चांवल की गुणवत्ता, नमूना जांच इत्यादि के संबंध में संबंधित विभागीय अधिकारियों से जानकारी ली एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बैठक में छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य नीतिन पोटाई, अपर कलेक्टर एस.पी. वैद्य एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमीत अग्रवाल भी उपस्थित थे।

बैठक के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए गुरप्रीत सिंह बाबरा ने कहा कि सभी उचित मूल्य दुकानों, प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों तथा आश्रम-छात्रावासों और आंगनबाड़ी केन्द्रों में एक सप्ताह के भीतर छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य आयोग के वेबसाईट को लिखकर प्रदर्शित किया जावे ताकि खाद्यान्न में गुणवत्ता संबंधी शिकायत उक्त वेबसाईट के माध्यम से आयोग में की जा सके। उचित मूल्य दुकानों तथा जिला स्तर पर निगरानी समिति का गठन किया जाये तथा प्रत्येक दुकान में खाद्यान्न-चांवल, गुड़, चना का सेम्पल रखा जावे। फोर्टिफाइड चांवल के फायदों का प्रचार-प्रसार भी किया जाये। उचित मूल्य दुकानों का संचालन यथासंभव शासकीय भवनों से ही किया जावे। आंगनबाड़ी केन्द्रों के पूरक पोषण आहार का भी नियमित रूप से सेम्पल लेकर उसकी जांच कराई जाये।

अपर कलेक्टर एस.पी. वैद्य ने उन्हें जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य के लिए फोर्टिफाइड चांवल फायदेमंद होने का प्रचार-प्रसार कांकेर जिले में व्यापक रूप से किया गया है, जिससे लोगों में भ्रांतियां दूर हुई हैं। उन्होंने बताया कि जिले के सभी 454 ग्राम पंचायतों में 457 तथा शहरी क्षेत्रों में 30 उचित मूल्य दुकानों का संचालन किया जा रहा है तथा वहां पर निगरानी समिति भी गठित की गई है। जिले में 487 उचित मूल्य दुकानों में से 359 उचित मूल्य दुकान स्वयं के भवन तथा 116 दुकान अन्य शासकीय भवनों में और 12 दुकानें किराये के भवनों में संचालित हो रहे हैं।

खाद्य अधिकारी टी.आर. ठाकुर ने बताया कि ग्राम पंचायतों में प्रति सप्ताह आयोजित ग्रामीण सचिवालय के माध्यम से राशन कार्ड में नाम जोड़ने, काटने अथवा नवीन राशन कार्ड बनाने का कार्य भी किये गये हैं। उन्होंने उचित मूल्य दुकानों में खाद्यान्न का भंडारण एवं उसके वितरण के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जिले के 34 पहुंचविहीन केन्द्रों में 04 माह का खाद्यान्न भंडारण किया गया है। उपभोक्ता अपनी पात्रता एवं क्षमता के अनुसार दो माह अथवा चार महीने का खाद्यान्न एक साथ खरीद सकते हैं। जिला विपणन अधिकारी द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि जिले के 77 हजार 948 किसानों से 31 लाख 89 हजार 744 क्विंटल धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर किया गया है।




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Mannu Ram Kawde

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