कांकेर/बस्तर मित्र।
कांकेर/ छत्तीसगढ किसान सभा व परोलकोट किसान उत्पादक समिति ने आज कृषि मंत्री से मुलाकात कर पखांजूर में मक्का किसानों का बकाया 8 करोड़ रूपये का मामला के संबंध में चर्चा किया।
मुलाकात के दौरान हुए चर्चा की जानकारी देते हुए किसान सभा के राज्य समिति के सदस्य सुखरंजन नंदी ने बताया कि मंत्री महोदय ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि अगर मंडी के अनुज्ञा पत्र से उपज का निर्गमन हुआ है तो यह शासन की जिम्मेदारी है कि वे प्रभावित पीड़ित किसानों का भुगतान करें। शासन नियमानुसार व्यापारी का चव-अंचल सम्पत्ति का कुर्क कर किसानों का भुगतान करेगी।
चर्चा के दौरान यह भी बातें सामने आया कि मंडी की साठ-गांठ में यह घोटाला को अंजाम दिया गया हैं क्योंकि मंडी अधिनियम के तहत किसानों के उपज का भुगतान करने के बाद ही उपज का निर्गमन का अनुज्ञा पत्र जारी करती हैं, जब कि व्यापारी सुमन राय ने किसानों के राशि का भुगतान नहीं किया लेकिन मंडी ने अनुज्ञा पत्र जारी कर दिया। जिससे मंडी के मिलीभगत होना ही प्रतीत होता हैं।इस पर कृषि मंत्री ने उच्च स्तरीय जांच का आदेश तत्काल संबंधित विभाग के दिये।
किसान सभा ने किसानों के सभी फसलों की सरकारी खरीदी करने की मांग पर मंत्री जी प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि अगले वर्स से रबी फसल की सहकारी सोसायटी से खरीदी करने का आश्वासन दिया।
मुलाकात चर्चा के दौरान प्रतिनिधिमंडल में धर्मराज महापात्र, बुद्धदेव सरकार, बासुदेव दास, नजीब कुरैशी, प्रबीर मंडल, इन्द्रजीत डे, गुरूपद सरदार, देवजीय साहा, बिरेन हालदार, गोपाल हालदार, मृदुल बड़ाल शासन उपस्थित थे।