बस्तर मित्र न्यूज।
पाकिस्तान से आतंकी फंडिंग मामले के तार छत्तीसगढ़ से भी जुड़े हैं। पिछले 9 साल से फरार एक आरोपी को रायपुर पुलिस ने झारखंड से गिरफ्तार किया है। आरोपी प्रतिबंधित संगठनों के संपर्क में रहा और उनके खातों में पैसा भी पहुंचाता था। आरोपी के झारखंड के देवघर में छिपे होने की सूचना पर छत्तीसगढ़ से पुलिस की टीम भेजी गई थी। कई दिनों तक रेकी करने के बाद आखिरकार आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा गया।
आरोपी जुमई बिहार का मूल निवासी है और उसे देवघर से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के खातों से लाखों रुपये के ट्रांजेक्शन आतंकी संगठन से जुड़े लोगों के हुए हैं। रायपुर पुलिस आरोपी को न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आई है। आरोपी से पूछताछ में और भी खुलासे होने की उम्मीद है।
रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि धीरज साव निवासी ट्रांसपोर्ट नगर खमतराई चिकन ठेला लगाता था। वह पाकिस्तान के किसी खालिद नामक व्यक्ति से जुड़ा था। इन लोगों द्वारा आतंकवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन के लोगों को पैसा बैंक के माध्यम से भेजा जाता था। सूचना पर दबिश देकर धीरज साव को पकड़ा। पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह मूलतः ग्राम छुट्टू धनवा थाना जमू जिला जमुई (बिहार) का रहने वाला है और विगत 2 साल से रायपुर में रहता है। वर्ष 2011 में पाकिस्तान से खालिद नामक व्यक्ति के मोबाइल नंबर 92332670**** से फोन आया और कहा कि तुमको पैसा कमाना है तो हमारे साथ जुड़ो। हम जैसा बोलेंगे वैसा करना पड़ेगा तो तुम लाखों रुपये कमा लोगे। टेरर फंडिंग मामले में पुलिस अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
रायपुर के सरस्वती नगर में खुलाया था खाता :-
खालिद ने धीरज को आईसीआईसीआई बैंक में एकाउंट खुलवाने कहा। इस बात की जानकारी धीरज द्वारा अपने मौसेरे भाई श्रवण मंडल को दी और कहा तुम जुड़ जाओ बहुत पैसा मिलेगा। मैं उसके साथ जुड़ा हुआ हूं, जिसके बाद श्रवण मंडल ने सरस्वती नगर स्थित आईसीआईसीआई बैंक में एकाउंट खुलवाया। इसकी जानकारी पाकिस्तानी खालिद को दी गई। खालिद ने उससे कहा कि वह इस एकाउंट में जितना भी पैसा डलवाएगा उसका 13 प्रतिशत हिस्सा काटकर बाकी पैसा राजू खान, जुबैर हुसैन एवं आयशा बानो के एकाउंट में ट्रांसफर कर देना या फिर उसके बताए एकाउंट में जमा कर देना। श्रवण कुमार मंडल के आईसीआईसीआई बैंक खाता में अलग-अलग तिथियों में लाखों रुपये जमा कराया गए। श्रवण कुमार मंडल जमा रकम से 13 प्रतिशत काटकर जुबैर हुसैन, राजू खान एवं आयशा बानो प्रतिबंधित संगठन सिमी एवं इंडियन मुजाहीद्दीन के खातों सहित अन्य खातों में जमा कर देता था।
3 आरोपियों को 10-10 साल की हुई है सजा:-
एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान में धीरज साव, जुबैर हुसैन एवं आयशा बानो रायपुर केंद्रीय जेल में निरूद्ध है। न्यायालय द्वारा 10 वर्ष कारावास की सजा सुनाई गई है। पप्पू मंडल एवं राजू खान को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रकरण में आरोपी श्रवण कुमार मंडल वर्ष 2013 से फरार था। श्रवण कुमार मंडल के बारे में जानकारी मिली कि वह सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन का सदस्य है। आरोपी श्रवण मंडल जमुई बिहार का निवासी है जो दिल्ली में रहकर सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन संगठन के पैसों का लेन-देन में सहयोग करता था। आरोपी धीरज साव एवं अन्य आरोपियों के पुलिस गिरफ्त में आने की जानकारी के बाद श्रवण मंडल दिल्ली से फरार हो गया था। रायपुर पुलिस को श्रवण मंडल के झारखंड के देवघर में होने की सूचना मिली।
देवघर में भेष बदलकर पुलिस ने किया कैंप:-
एंटी क्राइम एवं सायबर यूनिट, थाना गुढ़ियारी, थाना उरला तथा एटीएस की संयुक्त टीम को झारखंड के देवघर रवाना किया गया। आरोपी की तलाश शुरू की गई। टीम के सदस्यों ने आरोपी श्रवण कुमार मंडल के निवास स्थान की जानकारी हासिल कर उस स्थान के आसपास कैंप किया। छद्म रूप धारण कर वहां रहने लगे और उसकी रेकी करने लगे और मौका पाकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी श्रवण कुमार मंडल ने बताया कि उसके पास पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन से खालिद नामक व्यक्ति का फोन आया था, जिसने लाखों रुपये कमाने की बात कहते हुए आईसीआईसीआई बैंक में खाता खुलवाया था। खातों में लाखों रुपये का देन-देन हुआ है। श्रवण मंडल तक नकद रकम भी पहुंचा। एक से दूसरे के खातों में बड़ी रकम ट्रांसफर हुए। सभी ने 13 प्रतिशत राशि काटकर उसे बताए गए खातों में ट्रांसफर करते गए।
टेरर फंडिंग पर ED में भी दर्ज है मामला :-
एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि आरोपी श्रवण कुमार मंडल के विरूद्ध टेरर फंडिंग मामले में ईडी द्वारा भी मामला दर्ज किया गया है, जिसमें आरोपी द्वारा अग्रिम जमानत के लिए हाई कोर्ट में याचिका लगाई गई थी, जिसे उच्च न्यायालय द्वारा खारिज कर दिया गया। श्रवण मंडल को वार्ड नंबर 27 सैनिक स्कूल के पास बंघा, थाना-कुण्डा, जिला-देवघर (झारखंड) से गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 1 नग मोबाइल फोन, आधार कार्ड एवं ड्रायविंग लायसेंस जब्त किया गया है। आरोपी को विधिवत ट्रांजिट रिमांड पर देवघर (झारखंड) से रायपुर लाया गया है। आरोपी से इस संगठन में जुड़े अन्य लोगों के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। आरोपी की गिरफ्तारी में सिटी एसपी उरला विश्व दीपक त्रिपाठी, चौकी प्रभारी रामनगर से उपनिरीक्षक गुरविंदर सिंधु, एंटी क्राइम एवं सायबर यूनिट के राधाकांत पांडेय, संदीप दीक्षित, राहुल शर्मा, थाना उरला से राजेश यादव तथा एटीएस से आरपी किशोर शामिल हैं।