कांकेर/बस्तर मित्र।
अमरजीत भगत (कैबिनेट मंत्री), खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं संस्कृति मंत्री का कांकेर दौरा कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत कांकेर में जिला अधिकारियों की मिटिंग के बाद नितिन पोटाई, सदस्य, राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग रायपुर के अनुरोध पर दोपहर 2 बजे पोटाई प्लाजा पहुंचे। जहां सियो पोटाई, अध्यक्ष, जिला सहकारी संघ मर्या. कांकेर एवं उसके पारिवारिक सदस्य सुशील पोटाई, रंजना पोटाई, सुबीर पोटाई, अनामिका उसेण्डी, संतोष उसेण्डी, मोना साहू ने तिलक लगाकर अभिनन्दन किया।
अभिनन्दन की इस कड़ी में शंकर ध्रुवा, पूर्व विधायक कांकेर एवं अध्यक्ष, राज्य सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्या. जगदलपुर, बिरेश ठाकुर, सदस्य, बस्तर विकास प्राधिकरण, नरेन्द्र यादव, सदस्य गौ सेवा आयोग रायपुर, श्रीमती आरती श्रीवास्तव, नीरा साहू, जिला अध्यक्ष महिला कांग्रेस कमेटी, दीपक शर्मा, पूर्व शहर अध्यक्ष, कांग्रेस कमेटी कांकेर, मनोज जैन, शहर अध्यक्ष, कांग्रेस कमेटी कांकेर, किरण कावड़े, प्रबंधक जिला सहकारी संघ मर्या. कांकेर, मुकेश मरकाम, सहायक प्रबंधक, एवं सदस्य, लखन सलाम, डोमेन्द्र सिंह ठाकुर, सुभाष सलाम, शिवभान सिंह ठाकुर, जितेन्द्र कुमार नेताम, कमलेश कोमरा, रोहन सिन्हा, अनित कोरेटी, उमेश साहू, कमला गुप्ता, बालकुंवर पोया, गोमती सलाम, टाकेश नेताम, किशुन गंवार, जागेश्वर सिन्हा, रोशन आरा, सुमती नेताम, बिहऊ कोर्राम, दिलीप खटवानी, अध्यक्ष, आदर्श नगर गृह निर्माण सहकारी समिति कांकेर के साथ महिला सदस्यगण श्रीमती मीरा पाण्डे, मोहनी वर्मा, पूर्णिमा मिश्रा, लता ठाकुर ने स्वागत किया और आदर्श नगर में सी.सी. रोड़ एवं नाली बनाने की मांग रखी।
नितिन पोटाई ने अपने उद्बोधन में माननीय मंत्री जी को बड़ा भाई बताते हुए कहा कि हमारे पोटाई प्लजा में आये उसके लिए मैं धन्यवाद् ज्ञापित करता हूं। पूर्व विधायक शंकर ध्रुवा ने कहा कि हम दोनो पिछले कार्यकाल में विधायक रहे और जनता के मुद्दो को विधानसभा में जोर-शोर से उठाते रहे। मंत्री अमरजीत भगत ने अपने उद्बोधन में कहा कि नितिन पोटाई मेरे छोटे भाई के समान है जिसके बुलाने पर हमेशा कांकेर आता रहुंगा और उन्होने कार्यकर्ताओ द्वारा रखी गई मांगों को पूरी करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम का संचालन सुनीलपुरी गोस्वामी, महामंत्री जिला कांग्रेस कमेटी कांकेर ने किया । पोटाई परिवार की तरफ से सुशील पोटाई ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की। गट्टागुड़ुम के आदिवासी नर्तक दल द्वारा मांदर थाम के साथ नैनाभिराम नृत्य करते हुए मंत्री भगत जी को विदाई दी गई।