कांकेर/बस्तर मित्र।
कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने जिले के सभी राजस्व अधिकारियों एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार की बैठक लेकर राजस्व प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा करते हुए नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, डायवर्सन इत्यादि प्रकरणों को त्वरित निराकृत करने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि राजस्व न्यायालय से आदेश पारित होने के तत्काल बाद राजस्व रिकार्ड में तत्काल सुधार किया जावे। राजस्व रिकार्ड को अपडेट रखने के निर्देश भी उनके द्वारा सभी तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारों को दिये गये। राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत् प्राकृतिक आपदा जैसे-पानी में डूबने, सर्प दंश, आकाशीय बिजली इत्यादि प्रकरणों में मृत्यु के प्रकरण में पीड़ित परिवारों को सहायता राशि उपलब्ध कराने के लिए यथाशीघ्र प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश सभी राजस्व अधिकारियों को दिये गये। अतिवृष्टि से फसल क्षति का आंकलन करने तथा गिरदावरी का कार्य 25 सितम्बर तक अनिवार्य रूप से पूर्ण करने तथा प्रतिदिन के प्रगति से अवगत कराने के लिए निर्देशित किया गया। समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले में 78.34 प्रतिशत गिरदावरी कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा 03 लाख 44 हजार 962 खसरों की ऑनलाईन प्रविष्टि की गई है। कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने सभी एसडीएम एवं तहसीलदार को अपने क्षेत्र के कोटवारों की बैठक लेकर फील्ड की जानकारी लेने तथा अपने सूचना तंत्र को मजबूत करने के लिए भी निर्देशित किया है। ग्राम पंचायत सचिवों की बैठक में भी सभी एसडीएम को मौजूद रहने के लिए निर्देशित किया गया। उनके द्वारा राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजनांतर्गत हितग्राहियों के चयन की समीक्षा भी की गई तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
जिले के प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के जाति प्रमाण पत्र जारी करने के कार्य की समीक्षा करते हुए कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने इस कार्य को गंभीरता से लेने तथा 02 अक्टूबर तक प्राथमिक विद्यालय केष्सभी पात्र विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र जारी करने के लिए राजस्व एवं शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है। बैठक में अपर कलेक्टर कांकेर श्री एस. अहिरवार, अपर कलेक्टर अंतागढ़ श्री चन्द्रकांत वर्मा, संयुक्त कलेक्टर गौरीशंकर नाग सहित सभी एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर, तहसीलदार और नायब तहसीलदार उपस्थित थे।