कांकेर/बस्तर मित्र
कांकेर रियासत के सबसे पुराने गांव कन्हारपुरी में पोटाई दशहरा का भव्य शुंभारभ 3 अक्टूबर से होगा। यह देव दशहरा संविधान निर्मात्री समिति के सदस्य एवं कांकेर /भानुप्रतापपुर के प्रथम सांसद एवं विधायक ठा. रामप्रसाद पोटाई को समर्पित है। पिछले 77 वर्षों से निरंतर चले आ रहे इस भव्य दशहरा को विराट रूप देने एवं इस महा आयोजन में सभी की भागीदारी के लिए न केवल आदिवासी समाज वरन् सर्व समाज के लोग भी निरंतर तैयारी में जुड़े हुए है। इस संबंध में आज आयोजन समिति के संरक्षक अ.ज.जा आयोग के सदस्य नितिन पोटाई, अध्यक्ष दुर्गुन सिंह नेताम, उपाध्यक्ष दयाराम केमरो, सह सचिव बालकुंवर पोया, रवि उसेण्डी एवं कनेसिंह शोरी ने प्रेसवार्ता आयोजित कर कार्यक्रम की रूपरेखा को बताया।
ज्ञातव्य हो कि रियासत काल में कन्हारपुरी के दशहरा की लोकप्रियता दूर दूर तक फैली हुई भी जिसमें शामिल होने के लिए विभिन्न स्थानों से देवी देवता, उनके छत्र चंवर, डांग डोली, आदि आते थे। विशाल जन समूह भी इस दशहरा को देखने के लिए उमड़ पड़ता था। उस काल में कांकेर स्टेट के महाराजा भानुप्रतापदेव हुआ करते थे वहीं कांकेर स्टेट में पोटाई परिवार की कन्हारपुरी, करमोती, सिलतरा, हटकाचारामा, कुरूभाठ, भैराडीह , सहित लगभग 12 गांवों के मालगुजार थी पोटाई परिवार रियासत के सबसे सम्पन्न एवं प्रतिष्ठि व्यक्ति थे। दोनों परिवारों के मध्य घनिष्टता के कारण महाराजाधिराज भानुप्रतापदेव कन्हारपुरी रामप्रसाद पोटाई जी से मिलने आते थे यही कारण था कि कन्हारपुरी का दशहरा पूरे रियासत में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता था।
पहले यह दशहरा चिनार नदी के किनारे रोड़े नामक गांव में भव्य रूप से आयोजित होती थी बाद में इसे कन्हारपुरी में आयोजित किया जाने लगा। समय के साथ-साथ राजकीय सरंक्षण नहीं मिलने की वजह से यह दशहरा का आयोजन भी धीरे-धीरे मंद पड़ गया। अब पुनः आदिवासी समाज प्रमुखों, सर्व समाज के पदाधिकारियों, अंचल युवाओं एवं पोटाई परिवार के सहयोग से यह आयोजन भव्य रूप में मनाने की तैयारी चल रही है।
कांकेर सहित नारायणपुर, कोण्डागांव के देवी देवता भाग लेंगे
आयोजन समिति के अध्यक्ष दुर्गुन सिंह नेताम ने बताया कि 03 अक्टूबर से 05 अक्टूबर तक चलने वाले कन्हारपुरी के देव दशहरा में न केवल कांकेर जिले के देवी देवता भाग लेंगे वरन् नारायणपुर, कोण्डागांव क्षेत्र से भी देवी देवताओं का आगमन होगा। जहां सारे देवी देवता पोटाई परिवार के कन्हारपुरी स्थित पुराने हवेली पहुचेंगे फिर वहां से देवी देवताओं का हुजुम पोटाई परिवार की उपस्थिति में मुख्य आयोजन स्थल हाई स्कूल ग्राउंड पहुचेगा। जहां विधि विधान से देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर उन्हे स्थापित किया जायेगा। दूसरे दिन देव दशहरा का विधिवत रूप से शुभारंभ होगा जिसके मुख्य अतिथि छ.ग. विधानसभा के उपाध्यक्ष एवं भानुप्रातापपुर के विधायक मनोज सिंह मण्डावी होंगे। 04 अक्टूबर को कन्हारपुरी स्थित मुख्य मार्ग में संविधान निर्मात्री समिति के सदस्य एवं कांकेर के प्रथम सांसद ठा. रामप्रसाद पोटाई के 21 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित करने वाले स्थान एवं प्रस्तावित संग्रहालय का भूमि पूजन होगा। जिसके मुख्य अतिथि कांकेर विधायक एवं संसदीय सचिव शिशुपाल शोरी होंगे। पूरे आयोजन में देवी देवताओं का देव जात्रा चलता रहेगा। वॉलीबॉल, कबड्डी, मैराथन दौड़ एवं महिलाओं के प्रतियोगिताओं का भी आयोजन होगा। संवैधानिक रोजगार, स्व-रोजगार, कौशल विकास, प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित होगा। आयोजन स्थल में नार्र व्यवस्था के माध्यम से गांव का संचालन कैसे होता है इसे मॉडल के माध्यम से प्रदर्शित किया जायेगा। 05 अक्टूबर को दशहरा का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन होगा। प्रतिदिन रात्रि में रेला पाटा, देव जात्रा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।
कन्हारपुरी का देव दशहरा सामाजिक सौहार्द का प्रतीक -
आयोजन समिति के संरक्षक नितिन पोटाई ने कहा कि कन्हारपुरी का देव दशहरा सामाजिक सौहार्द का प्रतीक है जिसमें आदिवासी समाज के साथ-साथ सर्व समाज के व्यक्ति शामिल होंगे। यह आयोजन हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने का एक प्रयास है। जहां पोटाई जी के आदर्शों एवं सिद्धांतों के अनुरूप अंचल में सुख शांति एवं समृद्धि के साथ-साथ सर्व समाज को एक सूत्र में पिरोये रखना भी है। इस आयोजन के माध्यम से विभिन्न समाज प्रमुखों, मांझी, मुखिया, गायता, पुजारी, पटेल, मोकड़दम एवं पुराने मालगुजार परिवारों का सम्मान किया जायेगा।