बस्तर संभाग

तालाब को सुंदर बनाने लाखों फूंके, फिर भी गंदगी‎ . . .

बस्तर मित्र/कांकेर।

शहर के ऊपर नीचे रोड स्थित डढ़िया तालाब सौंदर्यीकरण हुए एक साल से ज्यादा हो चुका है। तालाब के घाट के साथ कई जगह अभी भी पॉलीथिन के साथ अन्य गंदगी नजर आती है। शहरवासी तालाब तट में ही पूजन सामग्री के साथ अन्य गंदगी फेंक रहे हैं जिससे पानी प्रदूषित हो रहा है। वार्ड के देवेंद्र यादव, रविंद्र यादव, महेश नागवानी ने कहा तालाब की सफाई पर ध्यान देना चाहिए। अलबेलापारा तालाब का सौंदर्यीकरण तो किया गया है लेकिन घाट में ही गंदगी फेंकी जा रही है। तालाब तट में शराब की बोतलों को भी फोड़कर फेंक देते है। निस्तारी करने वालों के लिए खतरा बना हुआ है। शीतलापारा के शीतला तालाब में भी सौंदर्यीकरण किया गया है लेकिन तालाब में गंदगी बनी हुई है। शहर के जनकपुर वार्ड के कंकालिन तालाब की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है।

कंकालीन तालाब में पांच जगह घाट है लेकिन सभी घाट में गंदगी बनी हुई है। एक घाट तो झाडिय़ों व घास फूस में पूरी तरह से ढ़ंककर पट चुका है। 15 वर्ष से ज्यादा वर्ष से नगरपालिका से गहरीकरण ही नहीं है। तालाब में पानी से ज्यादा कीचड़ है। अघन वार्ड के शंकर सिंह नेताम, नीलकंठ ध्रुव ने कहा तालाब में काफी ज्यादा गंदगी होने के कारण निस्तारी करने पर खुजली होती है।

तालाब की सफाई जरूरी है। बैजनाथ तालाब में भी काफी ज्यादा गंदगी है। भंडारीपारा के तालाब में घाट में गंदगी के साथ अनुपयोगी झाड़िया उग गई है। तालाब के निस्तारी घाट में काई भी जमा हो गई है। निस्तारी के दौरान लोग फिसलकर गिर जाते हैं। भंडारीपारा के जिनेश यादव, शंकर यादव, रितिक मंडावी, युवराज नेताम, अमन ठाकुर ने कहा तालाब की सफाई पर नगरपालिका ध्यान नहीं दे रही रही है। तालाब में फिसलन भी काफी ज्यादा है।




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Mannu Ram Kawde

पत्रकारिता के लिए समर्पित . .



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