
दुनियाभर में दिल के मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा हैं और इससे मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा हैं। भारतीयों में अन्य देशों के लोगों की तुलना में 33 फीसदी ज्यादा जल्दी हार्ट अटैक की समस्या होती है। लेकिन इसी के साथ ही देखने को मिल रहा हैं कि यह समस्या युवाओं में भी बढ़ती जा रही हैं और लगातार 30-40 की उम्र वाले भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। कई शोधों में पाया गया है कि नौजवानों में दिल का दौरा पड़ने का खतरा उनकी आदतों के कारण ज्यादा होता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर क्यों भारतीय युवाओं को ज्यादा हार्ट अटैक का खतरा है?
यह सच है कि नियमित एक्सरसाइज करना दिल की सेहत के लिए अच्छा है लेकिन बिना डॉक्टर से सलाह लिए ज्यादा हैवी वर्कआउट करने वालों में दिल का दौरा पड़ने का खतरा तुरंत बढ़ जाता है। यह बात उन लोगों के लिए तो काफी हद तक सच है जिन्हें लाइफस्टाइल या आनुवांशिक कारणों की वजह से या हार्ट में किसी तरह के ब्लॉकेज की वजह से पहले से ही हार्ट अटैक होने का जोखिम अधिक है। इसलिए हैवी वर्कआउट शुरू करने से पहले एक बार डॉ
मोटापा इन दिनों एक बड़ी समस्या बनकर उभरा है। पेट के आसपास जमा चर्बी भी हार्ट अटैक का कारण बनती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार किसी महिला की कमर 35 इंच से ज्यादा और पुरुष की कमर 40 इंच से ज्यादा है, तो उसे अपना वजन घटाना शुरू कर देना चाहिए। पेट के आसपास इतनी ज्यादा मात्रा में चर्बी जमा होने से हार्ट अटैक का खतरा रहता है। आप किसी भी उम्र में वजन घटाना शुरू करके हार्ट अटैक के खतरे को कम कर सकते हैं।
नौजवानों में दिल का दौरा पड़ने का का एक और कारण है उनका खान पान। जंक फूड यानि यानि बर्गर, पिज्जा, कोलड्रिंग जैसी बाहरी चटर पटर की चीजें ज्यादा खाने से बच्चों और युवाओं में नमक, फैट और कैलोरी ज्यादा हो जाती है। शरीर में इनकी ज्यादा मात्रा होने से सेहत को खतरा होता है। मोटापा भी बढ़ता है और आगे चल कर यह सब दिल का दौरे का कारण बनते हैं। मोटे लोगों में इस बीमारी का खरता और ज्यादा होता है।
आजकल युवाओं में बहुत कम उम्र से ही शराब और सिगरेट पीने का चलन काफी बढ़ गया है। कोई इसे जरूरत बताता है तो किसी के लिए यह अपने दोस्तों के बीच जगह बनाने का सबसे उम्दा तरीका है। लेकिन असल में ये गंदी आदतें सेहत को बहुत नुकसान पहुंचाती हैं। कम उम्र से ही इन चीजों का सेवन करने से शरीर में लंबे समय तक वह स्थितियां बन जाती हैं जिनसे आगे चल कर दिल का दौरा पड़ने का खतरा गहराता जाता है। ड्रग्स का सेवन करने से दिल की रफ्तार बहुत तेज हो जाती है और आप इस बीमारी के और करीब जाने लगते हैं।
बॉस को इम्प्रेस करने के लिए या एक्सट्रा इनकम के लिए अगर आप रोजाना 10-12 घंटे से ज्यादा काम करते हैं, तो सावधान हो जाएं। 'द लैंसेंट' में छपी एक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार सप्ताह में 55 घंटे से ज्यादा काम करने वाले लोगों में हार्ट अटैक का खतरा सामान्य लोगों की तुलना में कई गुना बढ़ जाता है। इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे- लंबे समय तक बैठे रहना, ज्यादा तनाव लेना, ज्यादा एल्कोहल का सेवन आदि। इसी रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार सप्ताह में 45 घंटे या इससे कम काम करना आपके दिल के लिए सुरक्षित माना जाता है।
आजकल के अधिकतर युवाओं का लाइफस्टाइल काफी बिगड़ा हुआ है। किसी भी समय सोना, किसी भी समय खाना खाने जैसी आदते कई शारीरिक समस्याओं का कारण बनती हैं। बिजी शेड्यूल होने के चलते युवा अपने लाइफस्टाइल पर ध्यान नहीं दे पाते हैं, लेकिन ये गलती आपको हार्ट अटैक का मरीज बना सकती है। बिजी लाइफ के बीच अधिकतर युवा अपने खानपान को लेकर खास ध्यान नहीं दे पाते हैं। इस तरह के फूड की वजह से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। इनका अधिक सेवन हाई बीपी व अन्य प्रॉब्लम्स को शरीर में पैदा कर देता है। ऐसे में हार्ट अटैक आने के आसार बन जाते हैं।