कांकेर/बस्तर मित्र
जिले में वन अधिकार मान्यता पत्र वाले प्रत्येक विकासखण्ड के पांच-पांच गांवों को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किया जायेगा। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं प्रभारी कलेक्टर श्री सुमीत अग्रवाल ने आज अधिकारियों की बैठक लेकर समय-सीमा के निराकरण पत्रों की समीक्षा करते हुए उक्त आशय के निर्देश दिये। उन्होंने मनरेगा अंतर्गत अधिक से अधिक लोगों को 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराने तथा आयुश्मान कार्ड पंजीयन से छूटे हुए सभी व्यक्तियों का पंजीयन करने सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले में 05 लाख 73 हजार 494 व्यक्तियों को आयुश्मान कार्ड बनाया जा चुका है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अग्रवाल ने निर्माणाधीन पीडीएस दुकान तथा आंगनबाड़ी केन्द्र भवनों का निर्माण कार्य भी शीघ्र पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया है।
गोधन न्याय योजना अंतर्गत गौठानों में गोबर की खरीदी एवं उससे वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण और उसका विक्रय की समीक्षा करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा कि जिले के सभी गौठानों में प्रति पखवाड़ा 30 क्विंटल गोबर की खरीदी सुनिश्चित किया जावे। आवर्ती गौठानों एवं नगर पंचायतों के गौठानों में भी गोबर की खरीदी सुनिश्चित करने कहा गया, साथ ही सभी पशुपालकों को गौठान में गोबर बेचने के लिए प्रेरित करने हेतु निर्देश दिये गये। वर्मी कम्पोस्ट निर्माण एवं उसके विक्रय तथा गोमूत्र से ब्रम्हास्त्र निर्माण और उसके विक्रय की समीक्षा भी किया गया। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन अंतर्गत कचरा शेड निर्माण कार्य में गति लाने के निर्देश भी उनके द्वारा दिये गये। मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुमीत अग्रवाल द्वारा शासन स्तर से प्राप्त पत्रों एवं कलेक्टर ई-जनचौपाल में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की भी समीक्षा किया गया तथा शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये। निराकृत प्रकरणों में अविलंब रिपोर्ट प्रेषित करने कहा गया। बैठक में सभी एसडीएम तथा विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।