कांकेर/बस्तर मित्र।
राज्य शासन के महत्वकांक्षी योजना राष्ट्रिय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुगृढ़ बनाने की दिशा में जिले के गौठानों में महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों द्वारा रोजगार जुड़े विभिन्न गतिविधियां किया जा रहा है, जिससे आर्थिक अमदनी में अतिरिक्त आय अर्जित किया जा रहा है।
नरहरपुर विकासखण्ड के ग्राम राजपुर में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत उजाला स्व सहायता समूह तथा लक्ष्मी स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा विभिन्न गतिविधियां जैसे-वर्मी खाद उत्पादन, सब्जी उत्पादन, बकरी पालन, सुकर पालन कर स्थानीय बाजार तथा आसपास के गांव में ही विक्रय कर अब तक 02 लाख 07 हजार 160 रूपये का आय अर्जित किया गया है। गौठान में उत्पादित सामाग्री को सहकारी समिति, स्कूल, कृषि एवं उद्यानिकी तथा निजी स्थानीय बाजार में विक्रय किया जा रहा है। उजाला स्व-सहायता समूह की 10 सदस्य कार्यरत हैं. सभी सदस्य मिलकर रोजगार मूलक कार्य करते है। समूह की महिलाओं ने बताया कि राज्य सरकार की सुराजी ग्राम योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी के अंतर्गत समग्र ग्रामीण विकास के लिए ग्राम पंचायत मासुलपानी के आश्रित ग्राम राजपुर में ग्राम पंचायत स्तर पर पशुओं के लिए उचित व्यवस्था और विभिन्न आर्थिक गतिविधियों के संचालन से आमदनी के लिए केचुआ खाद टंकी का निर्माण किया गया है, जिसमें वर्मी कंपोस्ट के साथ सब्जी उत्पादन, बकरी पालन एवं सुकर पालन का कार्य भी किया जा रहा है।
डीएमएफ फण्ड के प्राप्त राशि से 40 नग बकरी, 04 नग बकरा प्राप्त हुआ है, जिसे उजाला स्व-सहायता समूह द्वारा पालन किया जा रहा है। इसी प्रकार लक्ष्मी स्व-सहायता समूह द्वारा सुकर पालन किया जा रहा है। राजपुर गौठान में समूह द्वारा मुर्गी पालन से 73 हजार 700 रूपये, सब्जी पत्पादन में 08 हजार 860 रूपये, सुकर विक्रय से 09 हजार रूपये और खाद उत्पान से 01 लाख 15 हजार 600 रूपये का शुद्ध आमदनी हुई है।