बस्तर मित्र/कांकेर।
कांकेर जिले के ग्राम कोर्रामपारा, ठाना, ईमलीटिकरा, अमोड़ा में विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाया गया। विश्व आदिवासी दिवस को इस बार समाज प्रमुखों ने मणिपुर मामले पर आक्रोश रैली के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। युवा प्रभाग के बाइक रैली पश्चात रैली में युवक युवती अपने पारंपरिक वेशभूषा बुजुर्ग सियान अपने पारंपरिक पगड़ी में नजर आए।
सर्व आदिवासी समाज ने विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आक्रोश रैली निकाली। आदिवासियों की मानें तो देश के कई हिस्सों में समाज के अधिकारों का हनन हो रहा है। आपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में कैसे विश्व आदिवासी दिवस को समाज मना सकता है। देश भर में आदिवासी महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार घटनाओं को लेकर इस बार आदिवासी दिवस को आक्रोश रैली के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था। सरकार से माग है कि जिसने आदिवासियों के साथ अत्याचार किया जा रहा है। उसे बंद किया जाय और तुरंत निराकरण किया जाए।
इसी अवसर पर अमोड़ा के समस्त गोड़वाना समाज समन्वय समिति और युवा प्रभाग के द्वारा रैली निकालकर ईमलीटिकरा, कोर्रामपारा पहुंचे जहां गोड़वाना विद्यापीट एवं आश्रम बनाने हेतु आदिवासी देव व्यवस्था के अनुसार ग्रामवासियों की उपस्थिति में श्रीमती मिलो नरेटी के द्वारा सन् 2001-2 में अपनी जमीन दान के रूप में समाज को दिया गया है। इस अवसर पर किशोर कुमार मंडावी, कमलेश कोमरा, चन्द्रशेखर उईके, शेखर दर्राे, रिकेश्वर कोड़ोपी, संजय जुर्री, महेन्द्र कावड़े, एवं समस्त युवा प्रभाग उपस्थित थे।