बस्तर संभाग

जिला मुख्यालय कांकेर के गोविन्दपुर खेल मैदान में नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन का आयोजन . . .

कांकेर/बस्तर मित्र।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज जिला मुख्यालय कांकेर के गोविन्दपुर खेल मैदान में आयोजित ‘‘नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन’’ में कांकेर जिले को 866 करोड़ रूपए के विकास कार्याें की सौगात दी। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती प्रियंका गांधी शामिल हुई। इन विकास कार्यों में 550.13 करोड़ रूपये के 277 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और 316.03 करोड़ रूपये के 241 कार्यों का लोकार्पण शामिल हैं। साथ ही कार्यक्रम में जिले के 12 हजार 730 हितग्राहियों को लगभग 5.78 करोड़ रूपए की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत सामग्री का वितरण किया गया। महासम्मेलन में भूमिपूजन-लोकार्पण किये जाने वाले कार्यों में अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 84.22 करोड़ रुपये की लागत से 120 कार्यों का भूमिपूजन और 261.61 करोड़ रुपये की लागत के 86 निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया गया। इसी प्रकार भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत कुल 427.46 करोड़ रूपए की लागत के 103 कार्यों का भूमिपूजन और 36.73 करोड़ रुपये की लागत के 91 कार्यों का लोकार्पण किया गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कांकेर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 38.43 करोड़ की लागत के 54 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन 17.67 करोड़ की लागत के 64 निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। इन निर्माण कार्यों में प्रमुख रूप से छात्रावास भवन, सड़क, पुल-पुलिया, देवगुड़ी, उचित मूल्य की दुकान सह गोदाम, प्रतीक्षालय, आंगनबाड़ी भवन, मुक्तिधाम, घोटुल, सामुदायिक शौचालय, सीड प्रोसेसिंग यूनिट, सामुदायिक एवं सामाजिक भवन, नल जल प्रदाय योजना, अतिरिक्त कक्ष निर्माण, बाजार शेड निर्माण, रंगमंच सहित ऑडिटोरियम आदि का निर्माण कार्य शामिल है। ‘‘नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन’’ में मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों के द्वारा विभिन्न विभागों की हितग्राहीमूलक योजनाओं के तहत कुल 12 हजार 730 हितग्राहियों को 5.78 करोड़ रूपए की सामग्री, ऋण स्वीकृति पत्रक, चेक, अनुदान, वन अधिकार मान्यता पत्र आदि का वितरण किया किया।

श्रीमती प्रियंका गांधी का उद्बोधन

एक समय था जब जनप्रतिनिधियों की संख्या बहुत कम थी उससे यह होता था कि जितने निर्णय लेने थे वह सभी एक जगह केंद्रित हो जाते थे। कई ऐसे कार्य होते थे जिन्हें होने में बहुत समय लगता था या कई ऐसे कार्य होते थे जिनकी जरूरत ही नहीं थी लेकिन इन सब में बहुत समय लगता था। दिल्ली जाना पड़ता था, रायपुर आना पड़ता था तो जब पंचायती राज की बात हुई तब मंशा ये थी कि लोकतंत्र को गांवों तक पहुंचाया जाए। इसका मतलब है कि जो गांव का विकास है, इसका निर्णय गांव करें, गांव के ही प्रतिनिधि करें। आप सब यहां बैठे हैं, आप जानते हैं कि ग्राम पंचायत में किस तरह के काम होने हैं और किस तरह के कामों को होना चाहिए। आप अपने लोगों के हित में निर्णय ले सके, यही मूल बात है। लोकतंत्र की नींव पंचायत में, गांव में, नगर पालिकाओं में बसती है। आप सब की जिम्मेदारियां बहुत बड़ी हैं। मैं जानती हूं अपनी जिम्मेदारियां को आप बहुत परिश्रम के साथ पूरा करते हैं।

श्रीमती गांधी ने कहा कि आपका भरोसा हमारे साथ बना है। जब इंदिरा जी छत्तीसगढ़ आयी थी तब उन्होंने स्वामी आत्मनन्द से कहा कि शिक्षा का विकास करना है, आज भूपेश बघेल की सरकार यह कार्य कर रही है। आज आपकी सरकार आपको आगे बढाने का काम कर रही है, यहां का मिलेट्स प्रोसेसिंग प्लांट एशिया का सबसे बड़ा प्लांट है। बस्तर आज प्रमुख पर्यटन स्थल बन गया है, बहुत लोगो को रोजगार मिल रहा है। 60 से ज्यादा वनोपज समर्थन मूल्य पर खरीदे जा रहे हैं। इतना सारा काम आपके क्षेत्र में हो रहा है, लोग पहले यहां आने से डरते थे, हर तरफ हिंसा भय और उत्पीड़न था, आज सरकार ने इस रास्ते से आपको निकाला है। जनता की भलाई के लिए नियत की जरूरत है। इंदिरा जी की नीयत सही थी इसलिए आज भी उन पर भरोसा है। बघेल जी पर भी भरोसा है क्योंकि उन्होंने सभी वर्ग के लिए काम किये हैं। मनरेगा योजना भी हमारी सरकार ने लायी है।

भूपेश बघेल की बड़ी घोषणाएं

1. राज्य पावर कम्पनियों में एक अप्रैल 2004 और इसके उपरांत नियुक्त लगभग 10 हजार कर्मियों के लिए नवीन अंशदायी पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन लागू करने की घोषणा। 2. पुलिस उप निरीक्षकों के पदों पर पदोन्नति अब 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 40 प्रतिशत करने की घोषणा। 3. कृषि महाविद्यालय पखांजूर का नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के नाम पर किए जाने की घोषणा। 4. हल्बी, गोंडी, सरगुजिहा, भतरा जैसे स्थानीय बोलियों में पढ़ाई के साथ-साथ अब इन भाषाओं में शिक्षकों की नियुक्ति करने की घोषणा। 5. चारामा विकासखण्ड टंहकापार में महानदी पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण। 6. कांकेर नरहरपुर मार्ग का चौड़ीकरण का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाएगा। 7. आदिवासी पुस्तकालय की स्थापना। 8. अंतागढ़ से घोड़ागांव, अंजारी मार्ग पर पुल निर्माण।




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Mannu Ram Kawde

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