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इस साल 25 जून को आपातकाल की 49वीं बरसी थी। इससे एक दिन पहले लोकसभा के पहले सत्र में विपक्षी सांसदों ने संविधान की कॉपी लेकर शपथ ली थी। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी की आलोचना की।
केंद्र सरकार ने 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ घोषित कर दिया है। इसको लेकर सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है। दरअसल, 25 जून 1975 को इंदिरा गांधी सरकार ने देश में इमरजेंसी की घोषणा की थी। अब इसी के मद्देनजर एनडीए सरकार ने कांग्रेस को घेरते हुए इस दिन को ‘संविधान हत्या दिवस’ घोषित कर दिया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने दी जानकारी
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक्स हैंडल पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 25 जून 1975 को तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने तानाशाही मानसिकता का परिचय देते हुए देश पर इमरजेंसी थोपकर हमारे लोकतंत्र की आत्मा का गला घोंट दिया है।
शाह ने कहा, ‘लाखों लोगों को बिना किसी गलती के जेल में डाल दिया गया और मीडिया की आवाज को दबा दिया गया। सरकार ने हर साल 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है।’ गृहमंत्री ने आगे कहा कि यह दिन उन सभी लोगों के बड़े योगदान को याद करेगा, जिन्होंने 1975 के आपातकालीन के अमानवीय दर्द को सहन किया था।