
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित चैतुरगढ़, मैकाल पर्वत श्रेणी में बसा हुआ है. इसे छत्तीसगढ़ का 'कश्मीर' भी कहा जाता है. यहां आपको प्रकृति का अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा. इस पर्यटक स्थल की समुद्र तल से ऊंचाई लगभग 3060 फीट है. यह क्षेत्र अलौकिक गुप्त गुफाओं, झरनों, नदियों, जलाशयों और दिव्य जड़ी-बूटियों से भरपूर है, जो प्रकृति प्रेमियों के लिए एक अद्भुत स्थल बनाते हैं.
गर्मी का मौसम दस्तक देने वाला है और ऐसे में हर कोई घूमने के लिए ठंडी जगहों की तलाश में जुट जाते हैं. अगर आप भी गर्मी से राहत पाने के लिए किसी शांत और सुरम्य स्थल की तलाश में हैं, तो छत्तीसगढ़ का 'कश्मीर' कहे जाने वाला चैतुरगढ़ आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है.
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित चैतुरगढ़, मैकाल पर्वत श्रेणी में बसा हुआ है. इसकी ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 3060 फीट है, जो इसे मैकाल पर्वत श्रेणी की सबसे ऊंची चोटियों में से एक बनाती है. यही ऊंचाई इसे गर्मी के मौसम में भी सुखद और ठंडा बनाए रखती है.
चैतुरगढ़ की सबसे खास बात यह है कि यहां ग्रीष्म ऋतु में भी तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक नहीं होता. यही कारण है कि इसे छत्तीसगढ़ का 'कश्मीर' कहा जाता है. यहां की ठंडी हवा और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को गर्मी से राहत दिलाती है और उन्हें एक शांत वातावरण में ले जाती है.
चैतुरगढ़ सिर्फ तापमान के मामले में ही नहीं, बल्कि प्राकृतिक सुंदरता के मामले में भी किसी स्वर्ग से कम नहीं है. यह क्षेत्र अलौकिक गुप्त गुफाओं, झरनों, नदियों, जलाशयों और दिव्य जड़ी-बूटियों से भरपूर है. यहां औषधीय वृक्षों की भी भरमार है, जो इसे प्रकृति प्रेमियों के लिए एक अद्भुत स्थल बनाते हैं.