

पुलिस महानिदेशक श्री आर.के विज. की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा एवं सुगम यातायात प्रबंधन हेतु सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड़ सेफ्टी दिशा-निर्देशों के अनुपालन/क्रियान्वयन स्थिति की समीक्षा हेतु राज्य के समस्त पुलिस अधीक्षकों की वर्चुअल समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
इस बैठक के प्रारंभिक उद्बोधन में श्री विज ने जिले में उपलब्ध स्पीड राडार गन, एल्कोमीटर/ब्रीथ एनलाईजर, हाईवे पेट्रोल सहित अन्य सड़क सुरक्षा उपकरणो का समुचित संधारण/प्रशिक्षण सुनिश्चित करते हुए नियमित रूप से राज्य के सभी दुर्घटनाजन्य सड़क खण्डों में नशे में,तेजगति, बिना सीटबेल्ट व हेलमेट, गलत दिशा से वाहन चालन करने पर प्रभावी प्रवर्तन की कार्यवाही तथा गंभीर सड़क दुर्घटनाओं के वास्तविक कारणों के विश्लेषण हेतु मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 135 के अन्तर्गत संयुक्त अंतर्विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिये साथ ही सड़क दुर्घटनाओं का विवरण ( iRAD APP ) तथा सीसीटीएनएस में तत्काल प्रविष्टि के निर्देश दिये तदनुसार जिला/राज्य मुख्यालय में विश्लेषण कर दुर्घटनाओ को रोकने के लिये प्रभावी पहल हो सके।

बैठक में एआईजी ट्रेफिक श्री संजय शर्मा के द्वारा राज्य के सड़क सुरक्षा परिदृश्य पर प्रकाश डालते हुए अवगत कराया कि इस वर्ष माह जनवरी से अगस्त तक कुल 8203 सड़क दुर्घटनाओं में 3679 मृत्यु तथा 7035 घायल हुए हैं, तथा इस माह 27 सितम्बर तक 850 सड़क दुर्घटनाओं में 302 व्यक्तियों की मृत्यु तथा 712 घायल हुए।
सर्वाधिक सडक दुर्घटनाएं रायपुर (1254), बिलासपुर (671), दुर्ग (644), राजनादगांव (614), रायगढ (465), कोरबा (427) जिलो मे हुई, सबसे अधिक 47.41 प्रतिशत मृत्युकारित दुर्घटना अपरान्ह 03:00 बजे से रात्रि 09:00 बजे के बीच हुई है। मृतकों में 69.13 प्रतिशत मोटर सायकल सवार/चालक थे।
। इन दुर्घटनाओं के लिये 79.53 प्रतिशत कारण तेजगति एवं हिट एण्ड रन है। दुर्घटनाओं के विवरणानुसार सबसे अधिक दुर्घटना जनवरी माह में तथा सबसे कम दुर्घटना मई माह में हुई है। प्रतिमाह औसतन 1005 दुर्घटनाएं हुई है जबकि जनवरी के अलावा फरवरी, मार्च, जुलाई तथा अगस्त में औसत से अधिक दुर्घटना हई है।