
कांग्रेस नेता सचिन पायलट बुधवार को जेल में बंद छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री कवासी लखमा से मुलाकात करने पहुंचे। कवासी लखमा शराब घोटाले में जेल में बंद हैं। इस दौरान सचिन पायलट ने कहा कि केंद्र और छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार का उद्देश्य केवल कांग्रेस पर हमला करना है और सभी केंद्रीय एजेंसियां विपक्षी नेताओं को दबाने की कोशिश है। पायलट ने कहा कि उनकी पार्टी लोगों की सेवा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और वह विपक्ष का मनोबल तोड़ने की भाजपा की कोशिशों के खिलाफ लड़ेगी।
सचिन पायलट ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं के साथ अहम बैठक की। इस बैठक में पूर्व डेप्युटी सीएम टीएस सिंहदेव दिखाई नहीं दिए जिसके बाद से अटकलें लगाई जा रही हैं। वहीं, बैठक के बाद सचिन पायलट ने कहा कि जो लोग निष्क्रिय हैं उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की मीटिंग ली। बैठक में नगरीय निकाय चुनावों में हार की समीक्षा की गई।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस संगठन में बदलाव की अटकलें लग रही हैं। पूर्व डेप्युटी सीएम टीएस सिंहदेव के प्रदेश अध्यक्ष बनने की अटकलें लगाई जा रही हैं। ऐसे में पार्टी की अहम मीटिंग में उनके शामिल होने से कई तरह की अटकलें लग रही हैं।
लखमा को कथित शराब घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जनवरी में गिरफ्तार किया था। कवासी लखमा कोंटा से छह बार विधायक रहे हैं और कांग्रेस की पिछली सरकार में आबकारी मंत्री रह चुके हैं। पायलट ने कहा, ''लखमा जी दो महीने से जेल में हैं। आज मैं उनसे मिला। इस राज्य में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में भाजपा की विचारधारा के खिलाफ लड़ने वालों को केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर निशाना बनाया जा रहा है। इन एजेंसियों के जरिए लोगों का मनोबल गिराने या उन पर दबाव बनाने और राजनीतिक विरोधियों को कमजोर करने के प्रयासों को सफल नहीं होने दिया जायेगा।''