
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में जवान शेजसिंह अपने बीमार पिता के इलाज के लिए 2 फरवरी 2025 को छुट्टी लेकर घर आया था, लेकिन 6 मार्च को अचानक घर से निकलने के बाद वह वापस नहीं लौटा। परिजनों ने हर संभव कोशिश के बाद भी उसका कोई सुराग नहीं पाया.
6 मार्च को उसने घर से यह कहकर निकला कि वह वापस अपनी ड्यूटी पर जा रहा है। हालांकि बाद में पता चला कि वह अपनी बटालियन में पहुंचा ही नहीं। दुर्गाप्रसाद ने कहा, "उसने घर में ही अपना फोन और जरूरी दस्तावेज छोड़ दिए थे। वह स्पोर्ट्स ड्रेस पहनकर निकला था। हमने उसे बहुत ढूंढा लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला।" इस घटना ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
परिजनों ने 10 मार्च 2025 को रनचिराई थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। शुरुआत में सोचा कि शेजसिंह शायद वापस कश्मीर अपनी ड्यूटी पर चला गया होगा। लेकिन जब सेना के जवानों ने सूचना दी कि वह अभी तक अपनी बटालियन में नहीं पहुंचा है, तो परिवार की चिंता और बढ़ गई। जिसके चलते परिवार अब प्रशासन से मदद मांग रहा है।