
बेमेतरा जिले के सभी ग्राम पंचायत में कार्यरत ग्राम पंचायत सचिवों ने अपनी विभिन्न मांग को लेकर 18 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इस हड़ताल के चलते पंचायत के सामान्य कार्य के साथ-साथ अनिवार्य सेवाएं, हितग्राहीमूलक शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न हो रही है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उपसंचालक,पंचायत द्वारा ग्राम पंचायतों के कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने वैकल्पिक व्यवस्था लागू की गई है।
रोजगार सहायकों को पंचायतों के प्रशासनिक प्रभार के लिए सचिव नियुक्त किया गया है। जारी आदेशानुसार पंचायत निधि के आहरण समेत अन्य जरूरी कार्य अब इन वैकल्पिक अधिकारियों की देखरेख में संपन्न किए जाएंगे। यह व्यवस्था तब तक जारी रहेगी जब तक सचिवों की हड़ताल समाप्त नहीं हो जाती।
जिला पंचायत ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि ग्रामीण विकास से जुड़ी योजनाओं के संचालन में कोई बाधा न आए और ग्रामीणजन को आवश्यक सेवाएं निरंतर मिलती रहें। बता दे कि जिले समेत पूरे प्रदेश के पंचायत सचिव बीते 18 मार्च से हड़ताल पर है।
विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मोदी की गारंटी के तहत पंचायत सचिवों को शासकीयकरण किए जाने का वादा किया था। विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा की सरकार बनी, लेकिन अभी तक किसी भी पंचायत सचिव का शासकीयकरण का वादा पूरा नहीं हुआ है। यहीं कारण है कि पंचायत सचिवों ने 18मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिए है, जो वर्तमान में भी जारी है।