
कोरबा में भूख हड़ताल पर बैठे एक सचिव की अचानक तबीयत बिगड़ने से मृत्यु हो गई। मृतक राजकुमार कश्यप कुटेलामुंडा में सचिव के पद पर कार्यरत थे और उड़ता गांव के निवासी थे। उनकी मृत्यु का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है।
हड़ताल का उद्देश्य छत्तीसगढ़ सरकार को उनके चुनावी वादों को पूरा करने के लिए दबाव डालना था। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और हड़ताल कर रहे सचिवों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
बताया जा रहा है कि राजकुमार की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें तुरंत विनायक हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। उनकी पत्नी और बच्चे उड़ता गांव में रहते हैं, जो सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे।
सचिवों का आरोप है कि सरकार ने उनके मांगों पर ध्यान नहीं दिया, जिसके चलते उन्होंने क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की थी। इस दुखद घटना के बाद अब सभी की नजरें सरकार की कार्रवाई पर टिकी हैं।