छत्तीसगढ़

बेमौसम बरसात से तेंदूपत्ता संग्रहण में आर्थिक नुकसान...

कांकेर

बस्तर में पिछले एक सप्ताह से हो रहे लगातार बारिश ने यहां के तेंदूपत्ता संग्रहण करने वाले आदिवासियों के माथे में चिंता की लकीर खींच दी है। दिन भर बदली और धूप के बाद शाम को होने वाले बारिश की वजह से तेंदूपत्ता के संग्रहण पर असर डाल सकता है।

इस साल तय लक्ष्य से तेंदूपत्ता की खरीदी कम हो सकती है जिससे वन विभाग को मिला लक्ष्य पूरा होने में संदेह है। वन विभाग के अनुसार अभी बस्तर में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य 25 अप्रैल से शुरू होने वाला है लेकिन बेमौसम बारिश का सिलसिला जारी रहा तो इसके संग्रहण और खरीदी प्रभावित होने वाली है।

25 अप्रैल से शुरू होगा संग्रहण कार्य

बस्तर वन वृत्त के 4 मंडलों में तेंदूपत्ता की खरीदी आगामी 25 अप्रैल से शुरू होगी। बस्तर वृत्त में सुकमा और बीजापुर जिले में सबसे अधिक तेंदूपत्ता संग्रहण होता है। लगातार हो रही बारिश की वजह से तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य में दूरी होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

बस्तर में तेंदूपत्ता आदिवासियों के आमदनी का सबसे बड़ा जरिया है। इससे यहां के ग्रामीण संग्राहकों को हर साल लाखों रुपए की आय होती है। सिर्फ 1 से 2 महीनों में ही तेंदूपत्ता संग्राहक हजारों रुपए की कमाई कर लेते हैं। ऐसे में यहां के संग्राहकों को तेंदूपत्ता से बड़ी उम्मीदें हैं लेकिन बस्तर में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बेमौसम बारिश की वजह से तेंदूपत्ता खराब हो रहा हैं।




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Birma Mandavi

मेरी खबर का होता है असर



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