
कांकेर जिला अस्पताल कांकेर में बीती रात एक महिला की मौत के बाद परिजनो ने जमकर हंगामा किया। परिजनों ने डॉक्टर्स पर लापरवाही के आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जूनियर डॉक्टरों के भरोसे जिला अस्पताल को छोड़ दिया गया है।
मरीज के भर्ती होने के बाद सीनियर डॉक्टर्स देखने तक नहीं आते है। जूनियर डॉक्टर्स के भरोसे जिला अस्पताल को छोड़ दिया जाता है। मेडिकल कॉलेज संचालित होने के बाद भी व्यवस्था में आज तक सुधार नहीं आया है।
जामगांव नरहरपुर की रहने वाली एक महिला की अचानक तबियत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा था। तभी महिला की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। महिला की मौत के बाद परिजनों ने आरोप लगाया है कि सीनियर्स डॉक्टर्स की लापरवाही की वजह से महिला की जान गई है।
जूनियर डॉक्टर्स के भरोसे जिला अस्पताल को छोड़ दिया जाता है। मेडिकल कॉलेज संचालित होने के बाद भी व्यवस्था में आज तक सुधार नहीं आया है। सिविल सर्जन डॉक्टर विमल भगत का कहना है कि शरीर के कुछ अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, जिनका उपचार चल रहा था।
मरीज को बेहतर उपचार के लिए परिजनों को हायर सेंटर लेकर जाने की बात कही गई थी. बावजूद इसके परिजनों ने यहीं उपचार कराने की बात कही। सीनियर डॉक्टर अपने समय से आकर मरीजों का उपचार करते है। जिनकी ड्यूटी रहती है वह डॉक्टर्स को ऑन कॉल जानकारी लेकर भी उपचार भी दिया करते है। अगर मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया है तो इसकी जांच की जाएगी।