
राजस्थान अगर आप अपने घर की छत पर सुबह-सुबह आंखें मलते हुए बाहर निकलें और सामने एक तेंदुआ बैठा हो, तो आपकी पहली प्रतिक्रिया क्या होगी? डर, घबराहट या शायद भाग जाना... लेकिन राजस्थान के पाली जिले में लोग न तो डरते हैं, न ही चौंकते हैं, बल्कि तेंदुए को ‘पुराना पड़ोसी’ मानकर मुस्कुरा देते हैं
एक ऐसा इलाका, जहां इंसानों और तेंदुओं के बीच कोई जंग नहीं, बल्कि आपसी समझदारी और भरोसे का अनोखा रिश्ता है। यहां के लोग तेंदुओं को दुश्मन नहीं, बल्कि गांव का रक्षक मानते हैं।
राजस्थान के पाली जिले में स्थित कुछ गांव, जैसे- बेरा, फालना, दांतीवाड़ा और जवाई—अपनी खास वजहों से चर्चा में रहते हैं। इन इलाकों में तेंदुए खुले में घूमते हैं, पहाड़ी गुफाओं में रहते हैं l
कई बार तो घरों की छतों पर भी दिखाई दे जाते हैं। हैरानी की बात ये है कि यहां के लोग न तो डरते हैं और न ही इन पर हमला करते हैं। बल्कि, तेंदुए यहां के लोगों की जिंदगी का एक हिस्सा बन चुके हैं।