
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर निवासी उत्तम साहू की सोच आज के भागदौड़ भरे और दिखावे वाले समाज के लिए एक प्रेरणा बन गई है. बात बहुत बड़ी नहीं पर भावना बहुत गहरी है... जब उत्तम साहू के बेटे नारायण साहू ने सरकारी कन्या प्राथमिक विद्यालय, फिंगेश्वर में कक्षा चौथी की वार्षिक परीक्षा में ए-ग्रेड के साथ प्रथम स्थान हासिल किया, तो घर में मिठाई नहीं बंटी और ना ही किसी होटल में पार्टी हुई. बल्कि, पिता सीधे स्कूल पहुंचे और शिक्षकों के सामने रख एक एयर कूलर और एक वाटर केन का तोहफा रख दिया.
उत्तम साहू ने कहा कि जब बच्चा स्कूल से पढ़कर आगे बढ़ रहा है, तो उसका पहला हक स्कूल का होता है. गर्मी के इस मौसम में जहां बच्चे पसीने से भीगते हैं, वहां एक कूलर बच्चों और शिक्षकों दोनों के लिए राहत बन सकता है और यही सोचकर उन्होंने यह निर्णय लिया. दिलचस्प बात ये है कि यह कोई पहली बार नहीं हुआ इससे पहले जब नारायण तीसरी कक्षा में फर्स्ट आया था तब भी पिता ने स्कूल को एक स्मार्ट टीवी गिफ्ट किया था यानी यह सिर्फ एक बार का उत्साह नहीं बल्कि एक सोच बन चुकी है l
उत्तम साहू ने बताया कि उनका बेटा बड़ा होकर देश की सेवा करना चाहता है. वह फौजी बनने का सपना देख रहा है और जब वह घर पर पढ़ाई करता है, तो उसकी मेहनत देखकर लगता है कि स्कूल को भी उतना ही सम्मान मिलना चाहिए l
किसी कोचिंग सेंटर या अंग्रेजी माध्यम स्कूल को मिलता है. उनका मानना है कि अब समय बदल रहा है और सरकारी स्कूलों में भी शिक्षा का स्तर लगातार सुधर रहा है. लेकिन, विश्वास की कमी अभी भी समाज में बनी हुई है और जब तक हम अभिभावक आगे नहीं आएंगे तब तक बदलाव अधूरा रहेगा.