
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में हुए घोटाले के विरोध में एनएसयूआई ने ‘भ्रष्टाचार की बारात’ निकालकर अनोखे अंदाज़ में प्रदर्शन किया। बारात में कुलपति का मुखौटा पहनकर एक व्यक्ति को घोड़े पर बैठाया गया, दूल्हे की तरह सजाया गया और नकली नोटों से भरा सूटकेस ‘दहेज’ में दिया गया।
ढोल-नगाड़ों की थाप पर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने नाचते हुए आधे किलोमीटर लंबी सांकेतिक बारात निकाली। इस बारात में एक व्यक्ति ने मंत्री का मुखौटा पहनकर हिस्सा लिया और कुलपति की ‘भ्रष्टाचार की बहू’ से प्रतीकात्मक शादी कराई गई। उन्होंने बताया कि बायोटेक इनक्यूबेशन सेंटर के निर्माण में करोड़ों रुपये के कथित घोटाले का एनएसयूआई ने भंडाफोड़ किया है।
इस दौरान एनएसयूआई ने आरोप लगाया कि बिना लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की निगरानी के निर्माण कराया गया, नॉन-एसओआर दरों पर मनमाना भुगतान किया गया, निर्माण कार्य अब भी अधूरा है, फिर भी करोड़ों रुपए का भुगतान पहले ही किया जा चुका है और विश्वविद्यालय की खरीदी में 30-40 प्रतिशत तक कमीशन लिया गया।