छत्तीसगढ़

जगदलपुर शासकीय नर्सिंग कॉलेज में बने धार्मिक स्थल को हटाए जाने के मामले में कॉलेज की प्राचार्या को हटा दिया गया...

कांकेर

जगदलपुर के महारानी अस्पताल के पीछे संचालित होने वाले शासकीय नर्सिंग कॉलेज में पिछले दिनों धार्मिक स्थल को हटाए जाने के मामले में कॉलेज की प्राचार्या को हटा दिया गया है, लेकिन इस मामले में अभी भी वार्डन के खिलाफ किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई।

वहीं, आरोप है कि उस घटना के बाद से लगातार छात्राओं को और भी मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। वहीं परीक्षा के नाम पर जहां तीन हजार रुपये लिए जा रहे है, तो वही प्रेक्टिकल और गिफ्ट के नाम पर एक हजार रुपए प्रति छात्राओं से वसूले जा रहे हैं, जबकि वार्डन के द्वारा अभी भी पक्षपात करते हुए वहां अध्ययन कर रही छात्राओं से गाली-गलौज करने का आरोप लग रहा है।

बता दे कि 16 जून को शासकीय नर्सिंग कॉलेज में बने धार्मिक स्थल को विशेष समुदाय की कुछ छात्राओं के द्वारा हुए बवाल के बाद हटा दिया गया था, जिसके बाद कॉलेज की छात्राओं ने भूख हड़ताल करते हुए बवाल किया, जिसके बाद बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद, सक्षम के अलावा अन्य हिन्दू संगठनों ने इस मामले में हस्तक्षेप किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए आला अधिकारियों से लेकर सीएचएमओ आदि मौके पर पहुंचे। जहां प्राचार्य ने अपनी गलती मानते हुए वापस धार्मिक स्थल की स्थापना की।

वहीं, इस मामले के दौरान अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था। 26 जून को जारी आदेश में कॉलेज की प्राचार्य स्वर्णलता पीटर को वहां से हटाते हुए अम्बिकापुर भेज दिया गया है। लेकिन इस पूरे मामले के बाद भी छात्राओं ने आरोप लगाते हुए कहा है कि वहां की वार्डन के खिलाफ किसी भी प्रकार से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वह लगातार छात्राओ से अभद्र व्यवहार करने के साथ ही गाली-गलौज भी करती है।




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Birma Mandavi

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