छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ कांकेर जे.पी. इंटरनेशनल स्कूल सरंगपाल

कांकेर

सुप्रसिद्ध फिल्म स्टार एवं शक्तिमान मुकेश खन्ना ने यह कभी नही सोचा था कि उनके द्वारा सरंगपाल में उद्घाटित जे.पी. इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ने वाले कभी प्रताड़ित भी होंगे। इसी स्कूल में पढ़ने वाले 3 बच्चियां जो स्कूल द्वारा संचालित हास्टल में रहती थी, जब हास्टल वार्डन एवं शाला प्रबंधन द्वारा प्रताड़ित होने के कारण अपने अपने घर पैदल जाने के लिए निकल पड़ी। उन्हें यह भी पता नही था कि उनकें घरों का रास्ता किधर है।

आज सुबह मार्निग वाक में निकले कुछ लोगों की नजर घबराए हुए बच्चों पर पड़ी तो तीनों ने रोते हुए बताया कि स्कूल में उन्हें प्रताड़ित किया जाता है तथा ठीक से भोजन भी नहीं मिलता। परेशान हांेकर रात दो ढाई बजे हास्टल से चुपचाप पैछल निकले है हमारे पास पैसे वगैरह कुछ भी नही । आदिवासी जिले कांकेर में स्थित अंचल के सबसे बड़े निजी स्कूल में पढ़नें वाली यह तीनों छात्राएं 6 से 13 वर्ष की है तथा आदिवासी है तथा वे भानुप्रतापपुर, विश्रामपुर, दुधावा क्षेत्र की रहने वाली है। केन्द्र एवं राज्य सरकार की ओर से हर तरह की सुविधा मिलने के बाद भी छात्राओं को प्रताड़ित करने की घटना निश्चित रूप से निर्दनीय है। इस भयावह घटना की जानकारी राज्य के आदिवासी मुख्यमंत्री, आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम, जिलाधीश, डीईओ एवं अध्यक्ष अनु.जनजाति विकास निगम को दिए जाने की जानकारी मिली है।

तब बुजुर्गो ने तीनों बच्चों को थाने में सुपुर्द करने का निर्णय लिया। इसी बीच कथित रूप से एक व्यक्ति आया और उसने तीनों बच्चों को कांकेर थाना ले जाकर पुलिस को सौंपने का वादा किया तब रामभजन करते हुए निकले लोगों ने तीनों बच्चों को उस व्यक्ति के सुपुर्द कर दिया। वह व्यक्ति थाने की रास्ते की ओर चला गया।

मार्निग वाक पर निकले एक व्यक्ति को शक हुआ कि कहीं वह प्रबंधन का आदमी तो नही। दूसरी शक पर सभी वह व्यक्ति थाना न पहंुच कर सीधे बच्चों को सरंगपाल स्कूल ले गया।




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Birma Mandavi

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