
एक छोटे से चने से किसी की जान जा सकती है, ऐसा कोई सोच भी नहीं सकता, मगर कोरबा में ऐसी ही एक घटना सामने आयी है। यहां 2 साल के एक मासूम की मौत चना खाने के कारण हो गई है। चना खाते समय बच्चे के गले में फंस गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, घटना कोरबा के पुरानी बस्ती की है। जहां दो साल के बच्चे के गले में चना फंसने से उसकी मौत हो गई है। पुरानी बस्ती में छोटू कुमार रहते हैं, जिनका पानीपुरी का व्यवसाय है। छोटू का 2 वर्षीय बच्चा दिव्यांश कुमार गुरुवार की सुबह आंगन में खेल रहा था। इस दौरान खेलते खेलते वह कमरे में गया वहां रखे चने को निगल गया।
बच्चे को सांस लेने में परेशानी हुई तो वह रोने लगा। इस पर परिजनों ने बच्चे को देखा और उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल में डॉक्टरों ने बच्चे की गंभीर हालत को देखते हुए तत्काल उसका इलाज शुरू किया। लेकिन बच्चे को बताया नहीं जा सका। इलाज के दौरान मासूम की मौत हो गई। स्वजनों का आरोप है कि चिकित्सकों की लापरवाही की वजह से बच्चे की मौत हुई है।
अस्पताल में पदस्थ शिशुरोग विशेषज्ञ हरवंश ने बताया कि जब बच्चे को अस्पताल लाया गया उसकी हालत बहुत बिगड़ चुकी थी। डॉक्टरों की टीम ने तुरंत इलाज शुरू किया। चना गले से होकर फेफड़े में जाकर फंस गया था, इंटरनल ब्लीडिंग भी शुरू हो गई थी। इस कारण बच्चे की मौत हुई है डॉक्टर का कहना है इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं की गई है।