
अब तक सबसे सुरक्षित माने जाने वाले बैंक लॉकर पर सवाल खड़े हो गए हैं। भिलाई के इंदिरा प्लेस स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा में एक ग्राहक का 50 लाख रुपये से अधिक का सोना रहस्यमय तरीके से गायब हो गया। घटना के बाद बैंक प्रबंधन ने ग्राहक को ही जिम्मेदार ठहराया, लेकिन पुलिस जांच के बाद बैंक पर ही केस दर्ज किया गया है।
सेक्टर-5 निवासी दरोगा सिंह ने शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1991 से लॉकर नंबर 697 उनके नाम आवंटित था। इसमें परिवार के करीब 40 तोला सोना तीन पोटलियों में रखा गया था।
22 अप्रैल को जब दरोगा सिंह ने अस्थायी लॉकर खोला, तो उसमें से दो पोटलियां गायब थीं। केवल बहू की एक पोटली ही सुरक्षित मिली। दरोगा सिंह ने पुलिस को बताया कि लॉकर केवल वे और उनकी पत्नी ही संचालित करते थे। उनकी बेटी आराधना सिंह ने कभी लॉकर नहीं खोला, इसकी पुष्टि पुलिस को दिए बयान में भी हुई।
शिकायत करने पर बैंक प्रबंधन ने आरोप लगाया कि दरोगा सिंह ने बेटी के साथ लॉकर ऑपरेट किया था। लेकिन सीसीटीवी फुटेज मौजूद नहीं था, जिससे बैंक का दावा झूठा साबित हुआ।
पुराने लॉकर की मरम्मत के लिए गोदरेज कंपनी के टेक्नीशियन सुखविंदर सिंह उर्फ सन्नी को तीन बार बुलाया गया, लेकिन इस प्रक्रिया का कोई लिखित रिकॉर्ड नहीं रखा गया। जांच में सामने आया कि लॉकर नंबर 697 को सिर्फ ऑयलिंग किया गया था, कोई वास्तविक मरम्मत नहीं हुई।