

बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक के मुरदण्डा नव दुर्गा समिति में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दुर्गा माता के विसर्जन के दूसरे दिन संध्या कालीन के वक्त एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम रखा गया।जिसमें इर्द गिर्द के रहवासियों ने हजारो की तादात में शिरकत किये। लगातार एक के बाद एक अलग-अलग अंदाज में मुरदण्डा के ग्रामवासियों के प्रतिभागियों के द्वारा नृत्य देखने को मिला जिसमे काफी दर्शको ने नृत्य देख स्वेच्छा से पैसे भी दिए और सारे प्रतिभागियों का मनोबल भी बढ़ाया।
इस कार्यक्रम की समाप्ति से पहले जिन प्रतिभागियों में जो विजय रहे है उन्हें नव दुर्गा समिति मुरदण्डा के लोगो ने पुरस्कृत कर उनका सम्मान बढ़ाया। वही दूसरी और इस तरह का कार्यक्रम संवेदनशील जैसे क्षेत्रों में बहुत कम देखने को मिलता है।बीजापुर जिले के बेहद नक्सलप्रभाव क्षेत्र आवापल्ली से लगा मुरदण्डा है, जंहा दुर्गा माता के प्रति लोगो की आस्था देखने को मिलती है। इसी आस्था के पर्व में इस गाँव के लोगो मे एकता देखने को हर वर्ष मिलता है।अनेक जगहों के प्रति हर वर्ष मुरदण्डा के लोग इनकी एकता के कारण ही शारहदीय नवरात्रि के वक्त मुरदण्डा में एक अलग ही माहौल देखा जाता है।
जिसकी तारीफ अनेको जगहों में भी होती है। उसूर ब्लॉक में जितने भी जगह दुर्गा स्थापित की जाती है, उसमें हर वर्ष मुरदण्डा के ग्रामवासियों की एकता के कारण हमेशा दुर्गा माता की स्थापित के बाद से पूजा अर्चना तक इनकी एक अलग चर्चा होती है। क्योंकि सारे गांव के लोग मिलजुलकर साथ मे सयोग बनाकर काम करते है।जिसमे सभी नियमो का पालन करते है पूजा अर्चना किया जाता है।सबसे हटकर कोई नया डिजाइन अगर उसूर ब्लॉक में किसी गाँव की होती है तो वे एक मात्र मुरदण्डा नव दुर्गा समिति के लोगो मे दिखती।
