

कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग समाज ने अपनी मांगों को लेकर सबसे पहले रेस्ट हाउस के सामने सभा का आयोजन किया। इसमें पूरे जिलेभर से बड़ी संख्या में पिछड़ा वर्ग के लोग पहुंचने से कार्यक्रम स्थल छोटा पड़ गया। इसके बाद लोगों के बैठने के लिए भानुप्रतापपुर.कांकेर स्टेट हाइवे पर ही चटाई बिछाई गई। पिछड़ा वर्ग की छह सूत्रीय मांगों में प्रमुख रूप से राज्य में उनकी 52 प्रतिशत आबादी होने के कारण 27 प्रतिशत आरक्षण पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय की स्थापना और पिछड़ा वर्ग बहुल ग्राम पंचायतों में सरपंच पद पिछड़ा वर्ग के लिए ही आरक्षित करने सहित अन्य मांगें शामिल हैं।
कार्यक्रम स्थल छोटा पड़ा तो स्टेट हाईवे पर चटाई बिछाकर बैठे लोग सभा के बाद रैली निकाली गई। रैली रेस्ट हाउस सामुदायिक भवन से अस्पताल रोड से अंतागढ़ रोड पहुंची। वापस मुख्य चौक आई। रैली बस स्टैंड होते हुए साप्ताहिक बाजार स्थल वनोपज नाका, दल्ली रोड से होते हुए फिर से मुख्य चौक बाबा शतराम शाह चौक पहुंची। यहां लगभग एक घंटे तक प्रदर्शन किया गया। यहां एसडीएम जितेंद यादव पहुंचकर मांगों का ज्ञापन लिया। इसके साथ ही रैली का समापन किया गया कार्यक्रम में भगवती गजेन्द्र, मुकेश चंद्राकर, दीपक गजेंद्र, गजानन डडसेना, राजकुमार ठाकुर, रितेश मानिकपुरी, प्रभाकर सोनी, सालिक जैन, प्रताप जैन, सहत्रिन चक्रधारी, माधेश्वर जैन, विजय साहू, गजानन जैन, राकेश गुप्ता, विजय पटेल, अशोक जैन, मुन्ना सिन्हा, दयालु यादव, सहित भानुप्रतापपुर, दुर्गुकोंदल, अंतागढ़, कोयलीबेड़ा, पखांजूर, आमाबेड़ा, चारामा, कांकेर, नरहरपुर, कोंडागांव के 30 हजार से अधिक समाज के लोग शामिल हुए।
ओबीसी रैली को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था की थी। सुबह 10 बजे से ही नगर में सभी तरह का आवागमन रोक दिया गया है। नगर के अंतागढ़ रोडए दल्ली रोडए कांकेर रोडए संबलपुर रोड से आवागमन रोक दिया गया था। भानुप्रतापपुर में विशाल जनसमुदाय के अलावा कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। दूर-दूर तक केवल लोग ही दिखाई दे रहे थे। सभी ने सामाजिक लोगों की बातें सुनीं। मांगों का समर्थन किया। नारेबाजी भी की। इधर ओबीसी के आयोजित अधिकार रैली में लोगों के लिए मुख्य चौक पर मुस्लिम समुदाय द्वारा पेयजल व्यवस्था की गई। वही प्रभाकर सोनी द्वारा बस स्टैंड के पास पेयजल व्यवस्था की गई।