कांकेर/बस्तर मित्र
कांकेर जिला अन्तर्गत नरहरपुर ब्लाक क्षेत्र में विगत एक माह में तेंदुए के द्वारा मानव जीवन पर यहां पांचवां हमला है, इस बार भी तेंदुए ने 45 साल की महिला को अपना शिकार बनाया है, यह महिला भी इसमें झोपड़ी में अकेले रहती थी, महिला का पति व ग्राम पटेल दोपहर को 1ः30 बजे कांकेर थाना सूचना देने के लिए पहुंचे, तब कांकेर थाना की टीम गांव के लिए रवाना हुई इस घटना की जानकारी आसपास के कई गांवों में फैलने से लोग दहशत में बने हुए हैं।
जानकारी के अनुसार चनार ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम मुंजालगोंदी निवासी 50 वर्षीय अमर सिंह मंडावी अपने गांव के ग्राम पटेल रामकिशन वट्टी के साथ कोतवाली थाना पहुंचे और बताया कि सुबह 9ः30 बजे घर से आधा किलोमीटर की दूरी पर स्थित झोपड़ी की ओर गया तो मेरी पत्नी लालावती झोपड़ी में नहीं थी, वहां पर खून के निशान थे निशान को देखते हुए आगे की और बढ़ा तो देखा की मेरी पत्नि की लाश क्षत-विक्षत पड़ी मिली।
थाना प्रभारी शरद दुबे ने बताया कि प्रार्थी के साथ मुंजालगोंदी घटनास्थल पर गए थे, महिला जिस झोपड़ी में रहती थी, वह पहाड़ के नीचे हैं और घना जंगल है झोपड़ी से 100 मीटर दूरी तक महिला को तेंदुआ खींच कर ले गया जिससे महिला का शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो गया है, उसी के चलते उसकी मौके पर ही मौत हो गई मार्ग कायम कर विवेचना में लिया गया है।
नरहरपुर क्षेत्र के प्रभारी परिक्षेत्र अधिकारी कैलाश ठाकुर से जानना चाहा कि बनसागर में जो दो घटनाएं घटी क्या वही तेंदुआ हो सकता है, इस पर उन्होंने की कहा कि टीम रविवार को सर्चिंग करेगी और पदचिन्ह की तलाश करेगी उसी के बाद स्पष्ट हो पाएगा कि वही तेंदुआ है, यह पहाड़ में रहने वाला दूसरा कोई अन्य वन्य प्राणी है। कांकेर जिले के चारामा और नरहरपुर परिक्षेत्र में तेंदुआ ने अभी तक 5 लोगों कोअपना शिकार बनाया है, जिसमें 4 महिला व एक बुजुर्ग मौत के आगोश में समा चुके हैं।